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सरकार न ले किसानों के धैर्य की परीक्षा : राजबीर फरटिया

आंदोलनरत किसानों को विधायक ने दिया समर्थन
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भिवानी में सोमवार को धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करते विधायक राजबीर फरटिया। -हप्र
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किसानों के बीमा क्लेम की 350 करोड़ की राशि के कथित तौर पर खुर्द-बुर्द करने के मामले को लेकर लोहारू में आंदोलनरत्त किसानों को समर्थन देने के लिए विधायक राजबीर फरटिया पहुंचे।

किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दादरी एवं भिवानी के किसानों द्वारा 2023 में हुई फसलों की क्षति का मुआवजा आज तक पूर्ण रूप से नहीं दिया गया है। करीब 350 करोड़ रुपये का मुआवजा अभी भी लंबित है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री द्वारा किसानों की समस्याओं को सुनने और समाधान देने का आश्वासन दिए जाने के बावजूद, आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा न लें।

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किसानों के धरना प्रदर्शन को आज 20 दिन हो चुके हैं, लेकिन सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। यह उपेक्षा किसानों के साथ अन्याय है। लगातार उपेक्षा और वादाखिलाफी से किसान संगठनों में भारी आक्रोश है, और इसी कारण किसानों ने विरोध प्रदर्शन तेज

कर दिए हैं।

फरटिया ने यह मुद्दा विधानसभा में पूरी गंभीरता से उठाया था और सरकार से अनुरोध किया था कि किसानों की आवाज को सुना जाए और मुआवजा शीघ्र जारी किया जाए। मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री ने आश्वासन तो दिया था, लेकिन अब तक किसानों को उनके हक़ का मुआवजा नहीं मिला है।

फरटिया ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि वर्ष 2023 के मुआवजे को लेकर तुरंत न्यायिक जांच करवाई जाए और यदि इस देरी के लिए कोई अधिकारी, नेता या संबंधित कंपनी का कोई व्यक्ति ज़िम्मेदार है तो उसके विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने जल्द मुआवज़ा नहीं दिया और न्यायिक जांच के आदेश नहीं दिए, तो यह आंदोलन और अधिक व्यापक रूप लेगा।

फरटिया ने कहा कि वे पूरी तरह से किसानों के साथ खड़े हैं और इस संघर्ष में उनका समर्थन करते रहेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से अनुरोध किया कि विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले इस गंभीर मुद्दे पर त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई की जाए।

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