सिंचाई विभाग के पदों को समाप्त कर रही सरकार
सिंचाई विभाग के दिल्ली सर्किल के कर्मचारी 6 सितंबर को भिवानी में सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी के आवास के घेराव में भाग लेंगे। यह आश्वासन मंगलवार को सिंचाई विभाग लिपिक एसोसिएशन के चैयरमेन सुचिंद्र वालिया ने दिया।
मंगलवार को थर्ड अलीपुर रोड दिल्ली में सिंचाई विभाग के कर्मचारियों की सभा हुई, इसकी अध्यक्षता सुचिंद्र वालिया चेयरमैन ने की। जबकि संचालन लिपिक एसोसिएशन के दिल्ली के प्रधान नरेंद्र लडवाल किया। इस सभा को यूनियन के पूर्व प्रधान वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने राज्य सरकार पर सिंचाई विभाग के पदों को समाप्त करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल 2003 में भी डॉउन साइजिंग दी डिपार्टमेंट के नाम पर विभागों के आकार को घटाने का काम किया गया। पहले सिंचाई विभाग का नाम बदल गया और फिर इसके पद समाप्त कर दिए गए। फिलहाल में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग में कुल स्वीकृत पद 19682 इन पदों को घटाकर 12284 पदों को समाप्त करने का प्रस्ताव विचाराधीन है। यदि सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है तो लगभग 7398 पर समाप्त हो जाएंगे। विभाग के अधिकारी 16 पद नाम को समाप्त कर रहे हैं। जिममें राजस्व लिपिक क्लर्क, आरसी, हेवी ड्यूटी फोरमेंन, चार्ज मैन, हल्का वाहन चालक सिग्नलर, सर्वेयर, फीटर, सुपरवाइजर, टर्नर एवेल्डर, वर्क मिस्त्री, कारपेंटर, अर्थ वर्क मिस्त्री, मेसन, टेलीफोन अटेंडेंट, आदि पदों की भविष्य में भर्ती नहीं होगी। आधे से अधिक श्रेणी के पदों को समाप्त कर दिया जाएगा। चतुर्थ श्रेणी के बेलदार, कैनाल गार्ड, गेज रीडर, मेट, चौकीदार, दफ्तरी बरकम दाज, जमादार, माली, पीएम, पम्प आपरेटर और सफाई कर्मचारी के पदों की जरूरत इस रिपोर्ट में नहीं की गई है। जो सरकार ने विभाग के रेशनलाइजेशन के लिए बनाई थी। इन पदों की जगह पर एमटीएस के रूप में 1391 नई पद बनाए जाएंगे जिनसे ज्यादातर बेगार ली जाएगी।