Government Employee सरकारी नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियनों का प्रदर्शन
प्रदर्शन में बिजली, शिक्षा सहित सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण, बेरोजगारी, नई कृषि बाजार नीति, लेबर कोड्स, महंगाई, महिला उत्पीड़न और नशाखोरी जैसे मुद्दे उठाए गए। सीटू की जिला प्रधान उर्मिला रावत भी उपस्थित रहीं। प्रदर्शनकारियों ने गौ-रक्षकों द्वारा पशुपालक यूसुफ खान की हत्या की निंदा की और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की।
सुभाष लांबा ने कहा कि सरकार नवउदारवादी आर्थिक नीतियों के साथ सांप्रदायिक व जातिवादी एजेंडा लागू कर रही है। महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी और कुपोषण जैसे गंभीर मुद्दों पर चुप्पी साधी जा रही है। बजट में स्कीम वर्करों और किसानों की अनदेखी की गई, जबकि हरियाणा सरकार ने व्यापारियों का 2500 करोड़ रुपये माफ कर दिया। प्रदर्शन में बलजीत शास्त्री, हरी चंद वर्मा, श्रीपाल सिंह भाटी, राजेश शर्मा, कृष्णा, संतोष, राजकुमार ओहलियान, दरियाब सिंह, ताराचंद, रूपराम तेवतिया और अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रखे।