इमोशनल ब्लैकमेलिंग से सतर्क रहें छात्राएं मोबाइल न भूलता है और न माफ करता है
राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने छात्राओं से भावनात्मक ब्लैकमेलिंग से बचने का आह्वान करते हुए कहा है कि जीवन में यह समझ लेना चाहिए कि मुफ्त में कुछ भी नहीं मिलता। चेयरपर्सन बृहस्पतिवार को मॉडल टाउन स्थित पीएम कन्या राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कानूनी एवं साइबर अपराध जागरूकता कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि अपने भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए छात्राओं को कड़ी मेहनत के बलबूते पर आगे बढ़ना होगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छात्राएं कभी भी अपने ऊपर किसी को हमदर्दी का हाथ न रखने देना। उन्होंने कहा कि आयोग के समक्ष अनेक ऐसे मामले हैं जब भावनात्मकता और हमदर्दी की आड़ में लड़कियों व महिलाओं का शोषण किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी कार्य न करे कि उन्हें पुरुष वर्ग के चंगुल में फंसना पड़े। छात्राएं इमोशनल ब्लैकमेलिंग से सतर्क रहें। मोबाइल फोन का उदाहरण देते हुए महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि यह ऐसा उपकरण है जो न तो कभी माफ करता है और न ही भूलता है। पुलिस कई महीनों पुरानी मोबाइल डिटेलस भी निकाल लेती है। उन्होंने छात्राओं को समझाते हुए कहा कि अगर कोई बॉयफ्रेंड आपको एक लाख का मोबाइल फोन गिफ्ट में देता है तो यह समझ लेना की आप गलत दिशा में जा रहे हो, क्योंकि गिफ्ट देने वाले ब्वायफ्रेंड के पास भी आय का कोई स्रोत नहीं होता। उन्होंने कहा कि सहेलियां अथवा मित्र बनाने का निर्णय सोच समझ कर ले।
रेनू भाटिया ने कहा कि अक्सर जीवन में गलतियां हो जाती है, लेकिन छात्रों को अपनी गलतियां छुपाने की बजाय अपने अभिभावकों से सांझा करनी चाहिए। अगर अभिभावक को गलतियां सांझा करने में झिझक है तो अपनी अध्यापिका को अवश्य बताएं। अगर गलतियां साझा नहीं करेंगे तो मामला उलझता ही चला जाएगा।
उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे कि जीवन बर्बादी की ओर चला जाए। रेणु भाटिया ने लिव-इन रिलेशनशिप के दौरान महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे संबंध अक्सर खतरनाक और विनाशकारी हो सकते हैं। इस दौरान डीएसपी दिलीप सिंह, करमिन्द्र कौर, एसएचओ मीना, सहायक अंजू व उप जिला शिक्षा अधिकारी मुन्नी व प्राचार्या मीता आदि मौजूद रहे।
