युवा पीढ़ी को धर्म-संस्कृति से जोड़ने में गीता महायज्ञा महत्वपूर्ण : महंत चरणदास
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत युवा जागृति एवं जनकल्याण मिशन ट्रस्ट के तत्वावधान में 21 दिवसीय आध्यात्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को श्रीमद्भगवद्गीता के शाश्वत महत्व और इसके उपदेशों को...
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत युवा जागृति एवं जनकल्याण मिशन ट्रस्ट के तत्वावधान में 21 दिवसीय आध्यात्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को श्रीमद्भगवद्गीता के शाश्वत महत्व और इसके उपदेशों को अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरित करना है, ताकि युवा मन में संस्कृति और संस्कारों के बीज बोए जा सकें।
यह विशाल आध्यात्मिक कार्यक्रम गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के तत्वावधान में तथा महंत चरणदास महाराज के नेतृत्व में संपन्न हो रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को स्थानीय हनुमान ढ़ाणी स्थित हनुमान जोहड़ी मंदिर परिसर में एक गीता महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस मौके पर महंत चरणदास ने कहा कि यह महायज्ञ युवा पीढ़ी को धर्म और संस्कृति से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस मौके पर कन्या गुरुकुल नरेला की छात्राओं ने विशेष रूप से शिरकत की। इन छात्राओं ने न केवल गीता महायज्ञ में विधि-विधान से आहूतियां डालीं, बल्कि उन्होंने सामूहिक रूप से गीता पाठ भी किया।
छात्राओं के स्वर में गूंजता गीता का पावन संदेश वातावरण को और भी अधिक पवित्र और ऊर्जावान बना गया।

