समाधान शिविरों पर भारी पड़ी गांगोली की सिंचाई नाली
शिकायतों के बावजूद 30 साल पुरानी नाली का पुनर्निर्माण नही
सरकारी अमले के समाधान शिविरों व जनसमस्याओं के निदान के लगभग सभी प्रावधानों पर गंगोली गांव की एक सिंचाई नाली के नवनिर्माण की समस्या भारी पड़ गई है। यह सिंचाई नाली गांगोली सब माइनर से जुड़ी है।
इस गांव के एक पूर्व सैनिक सुभाष चंद्र सहित अनेक लोग इस करीब 30 साल पुरानी टूट चुकी नाली के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर पिछले चार वर्ष में उपायुक्त से लेकर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री, सीएम विंडो तक अनेक बार शिकायत कर चुके हैं। स्थिति आज भी वही है।
आज फिर ये ग्रामीण जिला के अतिरिक्त उपायुक्त के समक्ष इस समस्या के साथ पेश हुए जिन्होंने ऐसी नालियों के निर्माण के लिए जिम्मेदार काडा विभाग के कार्यकारी अभियंता से बात करने को कहा। पूर्व सैनिक ने बताया कि उनकी सीएम विंडो की शिकायत में काडा विभाग के अधिकारियों ने यह रिपोर्ट देकर मामला निपटवा दिया कि इस नाली का पुनर्निर्माण वर्ष 2007 में कर दिया गया था जबकि मौके पर कुछ नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि बाद में काडा विभाग से मिली जानकारी से मालूम हुआ कि यह सिंचाई नाली 30 वर्ष पहले बनाई गई थी। उसके बाद इस पर कुछ नही हुआ और सीएम विंडो की सुनवाई में विभागीय अधिकारी ने गलत सूचना देकर मामला निपटवाया। इस गांव के अनेक वे किसान परेशान हैं जिनके खेतों की सिंचाई को इस सिंचाई नाली के साथ जोड़ा हुआ है।