विवेक बंसल/निस
गुरुग्राम, 31 जुलाई
हरियाणा के 4 विधायकों और पंजाब के कुछ विधायकों को धमकी देेने के मामले में हरियाणा पुलिस को सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर इनसे 2 पासबुक/चेक बुक, 2 डायरियां, 1 रजिस्टर, 42 मोबाइल सिम, 19 मोबाइल फोन, 37 एटीएम कार्ड बरामद किये। पुलिस ने बताया कि अब तक आरोपियों से 55 एटीएम कार्ड, 24 मोबाइल फोन, 56 मोबाइल सिम, 22 पासबुक/चेकबुक, 3,97,000 रुपये, एक गाड़ी टाटा पुन्च, 3 डायरियां बरामद की गई है। पुलिस की अलग-अलग टीमों द्वारा मुम्बई व मुजफ्फरपुर बिहार मे रेड की गई।
टीम ने मुम्बई से इस गैंग के दुलेश आलम पुत्र बबलू आलम वासी गांव दमावरा, जिला बेतिया बिहार, बदरे आलम पुत्र शाहे आलम वासी गांव बिगरा, जिला बस्ती, यूपी को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से करीब 20 पास बुक / चेक बुक व इनके 18 एटीएम व 14 फर्जी सिम व 1 डायरी व 5 मोबाइल फोन बरामद किये गये।
वहीं मुजफ्फरपुर बिहार से एसटीएफ ने 4 अपराधियों अमित यादव उर्फ राधेश्याम कुमार यादव पुत्र जयराम यादव वासी गांव हजियापुर, जिला गोपालगंज, बिहार, सद्दीक अनवर पुत्र मोहम्मद सफीउल्लाह वासी गांव तुरकोलिया फतेहटोला, जिला मोतीहारी बिहार, सनोज कुमार पुत्र महेश पण्डित वासी गांव पोरखरेरा, जिला मुजफ्फरपुर बिहार, कैश आलम पुत्र बबलु आलम वासी गांव दमौरा थाना साठी जिला बेतिया, बिहार गिरफ्तार किया।
उग्रवादियों या गैंगस्टरों से संबंधों का नहीं हुआ खुलासा
इस मामले में हालांकि उग्रवादियों या किसी बड़े गैंगस्टर का हाथ होना पाया नहीं गया है लेकिन अपराधियों ने बड़ी चालाकी के साथ पाकिस्तान और अन्य देशों के नेटवर्क का उपयोग कर दहशत फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। गत 24 जुलाई से 28 जुलाई के बीच प्रदेश के 4 विधायकों को मिडिल ईस्ट देशों के मोबाइल नम्बरों से जान से मारने की धमकी व पैसे वसूली के अलग-अलग नंबरों से फोन आये हैं। इन मोबाइलों के तकनीकी विश्लेषण से यह तथ्य सामने आया कि ये मिडिल ईस्ट देशों के नम्बर हैं व पाकिस्तान में बैठकर ऑपरेट किये जा रहे थे। इसी तरीके से पंजाब के पूर्व विधायकों को भी इसी प्रकार से इन्हीं नंबरों से धमकी दी गई है। इन सभी विधायकों से अलग-अलग भाषा/तरीका चैट या बातचीत की गई। जैसे बम्बईया स्टाईल या पंजाबी भाषा प्रयोग की गई। गुरुग्राम स्थित एसटीएफ के आईजीपी सतीश बालन ने यहां आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में इस पूरे प्रकरण का खुलासा किया।