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बिश्नोई महासभा के पूर्व प्रधान देवेंद्र बुड़िया दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार

जनवरी माह में पुलिस ने दर्ज किया था मामला, अगि्रम जमानत याचिका खारिज
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हिसार, 29 जून (हप्र)

पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई के साथ विवादों के कारण सुर्खियों में आए अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया को राज्य अपराध ब्यूरो (एससीबी) की टीम ने रविवार को जोधपुर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस बुड़िया को सोमवार को हिसार अदालत में पेश करेगी। उनकी अग्रिम जमानत याचिका जिला न्यायालय, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से भी खारिज हो चुकी है।

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बुड़िया के खिलाफ हिसार पुलिस ने बिश्नोई समाज की ही 20 वर्षीय युवती से चंडीगढ़ व जयपुर में दुष्कर्म करने और विरोध करने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोप है कि युवती ऑस्ट्रेलिया जाना चाहती थी और उसके परिजन देवेंद्र बुड़िया से मिले तो उसने समाज की तरफ से मदद करने का आश्वासन देकर लड़की को आईलेट्स के कोर्स के बहाने चंडीगढ़ और जयपुर बुलाया और फिर दुष्कर्म किया। जानकारी के अनुसार हिसार पुलिस ने 25 जनवरी, 2025 को पीड़ित युवती की शिकायत पर अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के पूर्व अध्यक्ष जोधपुर निवासी देवेंद्र बुड़िया के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 342, 354, 354-डी, 376(2)(एन) व 506 के तहत मामला दर्ज किया था।

पुलिस को दी शिकायत में युवती ने कहा कि वह विदेश जाना चाहती थी तो वर्ष 2022 में उसने अपने परिजनों से बात की। इसके बाद उसके पिता उसको महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया के पास ले गए तो उन्होंने आश्वासन दिया कि वह बिश्नोई समाज के लोगों की पूरी मदद करता है और इस युवती की भी करेगा। उसने कहा कि वह युवती को ऑस्ट्रेलिया भिजवा देगा लेकिन उससे पहले चंडीगढ़ में आइलेट्स का कोर्स करना पड़ेगा। इसके बाद फरवरी, 2024 में देवेंद्र बुड़िया ने उसको चंडीगढ़ बुला लिया और फिर एक होटल नशा करके दुष्कर्म किया और वीडियो बनाई। जब उसने विरोध किया तो कहा कि वह उसको वेश्यावृत्ति के केस में जेल में भिजवा देगा।

पीडि़ता ने बताया कि अगले दिन उसने चंडीगढ़ में एक इंस्टीट्यूट में आईलेट्स (आईईएलटीएस) का कोर्स करवाने के लिए दाखिला करवा दिया। उस कोर्स में उसके पांच बैंड आए जबकि छह बैंड आने पर वह ऑस्ट्रेलिया जा सकती थी। इसके बाद वह वापस आदमपुर आ गई लेकिन देवेंद्र बुड़िया अपने मोबाइल नंबर से उसके साथ व्हाट्सअप पर बात करता था।

बाद में उसके पिता को कहकर उसको जून, 2024 में जयपुर बुला लिया और एक पीजी दिलवा दिया और आइलेट्स के लिए एक इंस्टीट्यूट में दाखिला करवा दिया।

पीडि़ता ने बताया कि अगस्त, 2024 को देवेंद्र बुड़िया का पीए गौरव आया और उसको जयपुर में सिविल लाइन्स स्थित देवेंद्र बुड़िया के फ्लैट में ले गया जहां पर उसने उसके साथ फिर दुष्कर्म किया और विरोध करने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। उसने यह भी दावा किया कि अभिनेता सलमान खान के साथ उसकी अच्छी बातचीत होती है, इसलिए यदि उसका साथ दिया तो वह उसको स्टार बना देगा। इसके बाद सितंबर, 2024 में भी उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीडि़ता ने बताया कि नवंबर, 2024 को वह वापस आदमपुर में आ गई लेकिन देवेंद्र बुड़िया उसको फोन करके परेशान करता रहता था और धमकियां देता था। इसके कारण वह परेशान रहने लगी और उसको फोन करने से मना किया लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद उसने सारी बात अपनी मां को बता दी। अब वह देवेंद्र बुड़िया के खिलाफ कार्रवाई चाहती है।

पूर्व सांसद कुलदीप से रहा बुड़िया का विवाद

भाजपा नेता पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई के दोस्त नलवा से विधायक रणधीर पनिहार पर अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के तत्कालीन प्रधान देवेंद्र बुड़िया ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर आरोप लगाया था कि रणधीर पनिहार ने उसको दिल्ली बुलाकर चुनाव के लिए करोड़ों रुपये की मांग की और उसके साथ बुरा बर्ताव किया। हालांकि, विधायक रणधीर पनिहार ने सफाई दी थी कि जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं, ऐसी कोई बात नहीं है।

सोशल मीडिया पर लाइव आने के बाद देवेंद्र बूड़िया जोधपुर पहुंचे और वहां पर समाज के लोगों के साथ बैठक की और कहा कि वह समाज का प्रधान हैं और कोई बाहरी (रणधीर पनिहार) व्यक्ति समाज के व्यक्ति का कैसे अपमान कर सकता है? इसके बाद बुड़िया ने बिश्नोई समाज की मीटिंग कर कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटा दिया। इसी बीच कुलदीप बिश्नोई ने संरक्षक होने के नाते बूड़िया को प्रधान पद से हटाकर परसराम बिश्नोई को नया प्रधान नियुक्त कर दिया। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई से बिश्नोई रत्न का सम्मान वापस ले लिया गया।

इसके बाद महासभा के 21 में से 14 सदस्यों ने कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद पर बरकरार रखने के लिए मुरादाबाद रजिस्ट्रार सोसाइटी को हस्ताक्षर युक्त पत्र सौंप कर कहा गया था कि कुलदीप बिश्नोई को संरक्षक पद से हटाना असंवैधानिक है। इसके बाद शुरू हुए विवाद के बीच कुलदीप बिश्नोई ने मुकाम धाम के पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद को पत्र लिखकर महासभा के संरक्षक पद से अपना इस्तीफा दे दिया है। इसके अलावा उन्होंने मुकाम धाम के पीठाधीश्वर स्वामी रामानंद को महासभा का संरक्षक मनोनीत किया है और महासभा के चुनाव के लिए स्वामी रामानंद की अध्यक्षता में 29 सदस्यीय समिति का भी गठन किया है। चुनावी प्रक्रियाओं के लिए राजस्थान के एडवोकेट एसके बिश्नोई को कानूनी सलाहकार नियुक्त किया है।

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