बाढ़ आ गई लेकिन किसान को नहीं दिया फ्लड इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन
किसान ने बिजली मंत्री, मंडल आयुक्त, जिला उपायुक्त और सीएम विंडो में भेजी जेई के खिलाफ शिकायत एक किसान ने मानसून की दस्तक के तुरंत बाद बाढ़ की आशंका जताते हुए अपने खेत व ढाणी में फ्लड इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन...
किसान ने बिजली मंत्री, मंडल आयुक्त, जिला उपायुक्त और सीएम विंडो में भेजी जेई के खिलाफ शिकायत
एक किसान ने मानसून की दस्तक के तुरंत बाद बाढ़ की आशंका जताते हुए अपने खेत व ढाणी में फ्लड इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। सिंचाई विभाग ने जांच के बाद आवेदन स्वीकार कर बिजली निगम को भेज दिया लेकिन आरोप है कि विभाग के जेई (कनिष्ठ अभियंता) ने कथित तौर पर रिश्वत ना मिलने के कारण किसान की कनेक्शन की फाइल रिजेक्ट कर दी।
अपने गांव के किसान के साथ हुई इस घटना के विरोध में राजली गांव की सरपंच सुनीता देवी ने कैबिनेट मंत्री रणबीर गंगवा को जेई के खिलाफ रिश्वत व शराब मांगने के आरोप में शिकायत भी भेजी लेकिन समाधान नहीं हुआ।
अब किसान राजली गांव निवासी किसान कम नंबरदार सुबे सिंह ने बिजली मंत्री, दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशक, जिला उपायुक्त और सीएम विंडो में इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि गत 5 जुलाई, 2025 को फ्लड इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन के लिए सिंचाई विभाग के बरवाला एसडीओ के पास आवेदन किया था जिसके बाद नहरी पटवारी ने मौके पर आकर नक्शा बनाया और फिर जिलेदार ने उसके बयान दर्ज किए और फ्लड इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन फाइल हिसार सिंचाई विभाग को भेज दी।
इसके बाद सिंचाई विभाग ने 6 अगस्त, 2025 को फ्लड इलेक्ट्रिसिटी इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन पास करके उसकी फाइल बिजली विभाग के बाडोपट्टी गांव स्थित एसडीओ कार्यालय को भेज दी। वहां पर संपर्क किया तो उन्होंने बिजली विभाग के एरिया जेई मनोहर लाल से मिलने के लिए कहा। जेई मनोहर लाल बहानेबाजी करके चक्कर कटवाता रहा और फिर एक दिन मौके का मुआयना करने आया और उसके भतीजे मुकेश से अकेले में बात की और कहा कि कनेक्शन लगवाने के लिए पांच से सात हजार रुपये रिश्वत देनी होगी।
वह जेई की रिश्वत की मांग पूरी नहीं कर सका तो उसने फ्लड इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन की फाइल रिजेक्ट करवा दी।
पानी भरा होने से रिजेक्ट करनी पड़ी थी फाइल
मामले के बारे में जब बिजली निगम के जेई मनोहर लाल ने कहा कि सुबे सिंह का फ्लड कनेक्शन लगाने के लिए वह मौके पर गये थे लेकिन वहां पर काफी पानी भरा था जिसके कारण खंबे खड़े करना मुश्किल था। इसलिए उस समय फाइल रिजेक्ट कर दी थी और बाद में फिर से आवेदन करने को कहा था। रुपये मांगने के आरोप को उन्होंने झूठा बताया।