‘राजनीतिक द्वेष में एफआईआर दर्ज की, बिना सबूत मेरा नाम घसीटा गया’
मानेसर नगर निगम की मेयर डॉ. इंद्रजीत कौर यादव के पति राकेश यादव हयातपुर बुधवार को समर्थकों के साथ पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि मानेसर में अवैध निर्माण तोड़ने के दौरान हुए हमले से जुड़े केस में उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत बेवजह फंसाया गया है।
सोमवार को डीटीपी टीम गांव कांकरौला और भांगरौला में अवैध गोदाम और अन्य निर्माण तोड़ने गई थी। इस दौरान ग्रामीणों ने पथराव करते हुए सरकारी टीम पर हमला कर दिया। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की, जिसमें राकेश यादव पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया गया।
कार्यालय के बाहर राकेश यादव ने कहा कि तोड़फोड़ की कार्रवाई के समय उन्हें स्थानीय लोगों ने बुलाया था, लेकिन उनका हमले से कोई संबंध नहीं था। उन्होंने कहा, ‘एफआईआर में मेरा नाम जोड़ा गया है, जबकि इसके पीछे कोई सबूत नहीं है। यह सब राजनीतिक द्वेष का परिणाम है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई उनकी और उनकी पत्नी की राजनीतिक छवि धूमिल करने की कोशिश है।
यादव ने कहा कि जनता की समस्याओं को सुनना उनका कर्तव्य है, लेकिन इसे उनके खिलाफ सबूत की तरह पेश किया जा रहा है। समर्थकों ने भी पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर राकेश यादव का समर्थन किया। उनका कहना था कि जनप्रतिनिधि के परिवार का जनता के बीच मौजूद रहना स्वाभाविक है, लेकिन इस आधार पर एफआईआर दर्ज करना अनुचित है। समर्थकों ने ज्ञापन सौंपकर मांग की कि यादव का नाम केस से हटाया जाए।