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घंटों लाइन में लगकर भी नहीं मिल रही खाद

कृषि सहकारी समितियों में खाद वितरण मशीनों के लगातार टेक्नीकल इश्यू और कई पैक्स पर कर्मचारियों की कमी से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रबी सीजन में यूरिया खाद की मांग बढ़ी हुई है, लेकिन...

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कृषि सहकारी समितियों में खाद वितरण मशीनों के लगातार टेक्नीकल इश्यू और कई पैक्स पर कर्मचारियों की कमी से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रबी सीजन में यूरिया खाद की मांग बढ़ी हुई है, लेकिन मशीनें बिना ट्रेनिंग के भेजे जाने और स्टाफ की अनुपलब्धता से वितरण प्रक्रिया बाधित हो रही है। कई किसानों ने बताया कि हालात ऐसे हैं कि दो से तीन बार पैक्स जाने के बाद भी खाद नहीं मिलती।

कई समितियों पर तो कर्मचारी ही नहीं हैं, जबकि कुछ जगह रिटायर्ड कर्मचारियों के नाम पर ही यूजर आईडी बना रखी गई है। रानीला पैक्स के प्रबंधक पवन कुमार के अनुसार, रिटायर्ड कर्मचारी के फिंगर स्कैन से ही मशीन रीसेट होती है, इसलिए हर बार उसके घर जाना पड़ता है। किसान जयभगवान, करतार सिंह, प्रदीप, राजेश और दयानंद ने कहा कि तकनीकी दिक्कतों व स्टाफ संकट के कारण कई-कई दिन खाद नहीं मिल पाती। पीक सीजन में घंटों इंतजार करने के बावजूद खाली हाथ लौट रहे किसानों ने सरकार से मांग की है कि ठोस कदम उठाकर समय पर खाद उपलब्ध कराई जाए।

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