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किसान के बेटे ने रेसलिंग में जीता गोल्ड, गांव में अभिनंदन

9 साल की आयु में पहलवान योगेश्वर दत्त के अखाड़े में सीखी कुश्ती

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झज्जर, 14 जुलाई (हप्र)

झज्जर के गांव समसपुर माजरा के बेटे ने अंडर 15 फ्री स्टाइल रेसलिंग एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। गोल्ड मेडल जीतने के बाद आज सोमवार को सचिन धनखड़ का गांव की ओर से स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। यहां झज्जर पहुंचने पर गोल्ड विजेता सचिन का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया और उसे नोटों की मालाएं पहनाकर उसका उत्सावर्धन किया। इस मौके पर सचिन को ग्रामीणों की तरफ से मुंह मीठा करा कर उसे बंधाई भी दी गई।

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सचिन ने किर्गिस्तान में आयोजित चैंपियनशिप 68 केजी में फाइनल बाउट में अपने प्रतिद्वंदी को हराते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। सचिन धनखड़ के पिता ने उसे 9 साल की उम्र में ही ओलिंपिक पदक विजेता रेसलर योगेश्वर दत्त के अखाड़े में रेसलिंग के लिए छोड़ दिया था। वहीं सचिन ने पहली बार में ही अंतर्राष्ट्रीय मैदान पर एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। सचिन धनखड़ के परिवार के सदस्य व ग्रामीण उसके आगमन पर स्वागत में सम्मान समारोह किया जा रहा है।

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सचिन के चचेरे भाई अमित धनखड़ ने बताया कि सचिन को एक अच्छा रेसलर बनाने की उनके पिता ओमबीर धनखड़ की इच्छा है। जिसको पूरा करने के लिए सचिन ने एशियन चैंपियशिप में गोल्ड मेडल जीता है। सचिन धनखड़ के पिता ओमबीर खेती का काम करते हैं और मां कविता हाउसवाइफ हैं। वहीं सचिन को एक अच्छा रेसलर बनाने के लिए उन्होंने अपने बेटे को 9 साल की उम्र में ही अखाडे़ में भेज दिया था।

सचिन ने इससे पहले 21 जून को आयोजित हुई नैशनल प्रतियोगिता में भी गोल्ड मेडल जीता था। जिसके बाद उसे एशियन चैंपियनशिप में जगह मिली और 68 केजी भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीत लिया। सचिन का फाइनल में मुकाबला उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी मोहम्मद अली के साथ हुआ जिसको हराकर उसने गोल्ड मेडल। सचिन ने अगला निशाना ओलम्पिक में गोल्ड जीतना बताया और कहा कि वह गोल्ड जीतकर गांव व जिले के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन करना चाहते है।

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