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किसान नेता डल्लेवाल को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाने से रोका, घर में किया नजरबंद

Farmer leader Dallewal prevented from attending press conference, placed under house arrest
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किसान नेता डल्लेवाल
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बठिंडा, 1 जून (निस) : फरीदकोट जिला पुलिस ने किसान नेता डल्लेवाल को बठिंडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से पहले उनके घर में ही नजरबंद कर दिया। रविवार को बठिंडा में गंदे पानी की निकासी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने बठिंडा जाना था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उनके घर के बाहर पहरा लगाकर उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया। उल्लेखनीय है कि डल्लेवाल संगठन बठिंडा जिले के गांव घासोखाना से सीवर पाइप लाइन बिछाने के मुद्दे पर बठिंडा में किसान प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर कर रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर यूनियन के राज्य महासचिव काका सिंह कोटड़ा और उनके साथी 27 मई से भूख हड़ताल पर बैठे हैं।

पंजाब सरकार कर रही किसानों को परेशान-किसान नेता डल्लेवाल

जगजीत सिंह डल्लेवाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि उन्होंने बठिंडा के घासोखाना गांव में सीवरेज पाइप लाइन बिछाने के विरोध में रविवार को एक प्रेस कांफ्रेंस की घोषणा की थी, लेकिन अब फरीदकोट पुलिस ने उनके घर को घेर लिया है और अधिकारियों ने उन्हें नजरबंद कर दिया है। पंजाब सरकार लगातार किसानों को परेशान कर रही है और उन्हें अपने हक के लिए आवाज उठाने से भी रोका जा रहा है।

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डल्लेवाल ने कहा कि भगवंत मान सरकार लोकतंत्र का गला घोंट रही है, लेकिन उन्हें चुनावों में जनता की अदालत में आना होगा तब उन्हें जनता के सामने झुकना पड़ेगा। सरकार को किसानों पर हर जुल्म का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

किसानों की सुनवाई नहीं कर रही सरकार : किसान नेता डल्लेवाल

उन्होंने कहा कि सरकार गांव से गंदा पानी गुजारने पर अड़ी हुई है, लेकिन सरकार को इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और इसे अन्य तरीकों से भी निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि बठिंडा प्रशासन द्वारा इस मामले मामले में किसानों की सुनवाई नहीं हो रही है, जिसके चलते काका सिंह कोटड़ा और उनके बाकी साथी आमरण अनशन पर हैं। उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। डल्लेवाल ने कहा कि अगर कोई नुकसान होता है, तो सरकार जिम्मेदार होगी।

सरकार गांवों से जबरदस्ती सीवरेज का पानी निकालना चाहती है। किसान नेताओं ने कहा था कि वे दूसरे गांवों का सीवरेज अपने गांव में नहीं आने देंगे। उन्होंने ऐलान किया कि जब तक सरकार इस योजना को रद्द नहीं करती, तब तक वे संघर्ष जारी रखेंगे।

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