मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

औद्योगिक प्लॉट की फर्जी नीलामी की, तहसीलदार समेत चार पर केस

फरीदाबाद, 31 जनवरी (हप्र) मुजेसर थाना पुलिस ने फर्जीवाड़ा करके औद्योगिक प्लाॅट को नीलाम करने पर बड़खल तहसीलदार समेत 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने प्लाॅट पर कोर्ट का स्टे होने के बावजूद न केवल उसको...
Advertisement

फरीदाबाद, 31 जनवरी (हप्र)

मुजेसर थाना पुलिस ने फर्जीवाड़ा करके औद्योगिक प्लाॅट को नीलाम करने पर बड़खल तहसीलदार समेत 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने प्लाॅट पर कोर्ट का स्टे होने के बावजूद न केवल उसको नीलाम किया बल्कि गलत दस्तावेज पेश करके कोर्ट को भी गुमराह करने का भी प्रयास किया। साथ ही डीसी के आदेश को भी नजर अंदाज किया।

Advertisement

आरोपियों में बड़खल तहसीलदार नेहा साहरण, मैसर्स नवभारत पैंट्स के प्रोपराइटर दीपक मनचंदा, नेहरू ग्राउंड निवासी राकेश दीवान और पुलकित दीवान शामिल हैं। मैसर्स फ्रेंड्स ऑटो इंडिया लिमिटेड के निदेशक अमरजीत सिंह चावला ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने एनआईटी औद्योगिक क्षेत्र स्थित प्लॉट नंबर 38ए को किराए पर लिया हुआ था। इस प्लॉट का मालिकाना हक मैसर्स स्प्रिंग इंडिया के पास था। प्लाॅट पर बैंक की ओर से लोन लिया गया था। ऐसे में इसके क्रय-विक्रय को लेकर स्टे लगा था। इसके बावजूद तहसीलदार ने लोन की राशि को रिकवर करने के लिए नीलामी का नोटिस जारी किया। नीलामी के खिलाफ शिकायतकर्ता की ओर से कोर्ट में याचिका लगाई गई। जिस पर कोर्ट ने स्टे जारी कर दिया गया। आरोप है कि उनकी याचिका लंबित होने के बावजूद तहसीलदार नेहा सहारण ने दीपक मनचंद, राकेश दीवान और पुलकित दीवान के साथ मिलीभगत करके पटवारी अजरौंदा फरीदाबाद को प्लाॅट नंबर 38ए, औद्योगिक क्षेत्र, एनआइटी की नीलामी के लिए नोटिस जारी करने का आदेश जारी कर दिया। नोटिस टाइप किया गया था, लेकिन नीलामी की तारीख हाथ से लिखी गई थी। बीते साल 2 अगस्त को प्लाॅट की नीलामी की गई। पीड़ित ने बताया कि मैसर्स यूनिक स्प्रिंग इंडिया के मालिक ने तहसीलदार बड़खल फरीदाबाद को एक पत्र भी दिया था कि वह संपत्ति का मालिक है और इसको नीलाम नहीं किया जा सकता। इसके बाद मैसर्स यूनिक स्प्रिंग इंडिया ने तहसीलदार बड़खल और अन्य आरोपियों के खिलाफ सिविल कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। मुजेसर थाना एसएचओ ने बताया कि मुकदमा आर्थिक अपराध शाखा की शिकायत पर दर्ज की गई है।

तहसीलदार ने अदालत में गलत दस्तावेज पेश किए

शिकायकर्ता की याचिका पर जब कोर्ट ने स्टे के बावजूद नीलामी को लेकर तहसीलदार से जवाब मांगा तो उसने गलत दस्तावेज पेश कर दिए। तहसीलदार ने कोर्ट से कहा कि प्लाॅट नंबर-38 की नीलामी की गई। फर्जी दस्तावेज लगाकर बताया कि 38ए की किसी तरह की नीलामी नहीं हुई है। शिकायतकर्ता के अनुसार नीलामी के लिए कोई तिथि भी प्रकाशित नहीं की गई।

Advertisement
Show comments