भिवानी कांग्रेस में गुटबाजी हावी
कांग्रेस हाईकमान द्वारा हरियाणा कांग्रेस का संगठन बनाए जाने के बावजूद कांग्रेस में गुटबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। भिवानी जिला ग्रामीण व शहरी कांग्रेस में इसकी तस्वीर देखी जा सकती है। लोहारू हलके के सिवानी में बृहस्पतिवार को संपन्न जिला भिवानी ग्रामीण कांग्रेस की बैठक में जिले से कांग्रेस के एकमात्र विधायक राजबीर फरटिया दिखाई नहीं दिये, वे स्वयं लोहारू हलके के विधायक भी हैं। उनकी गैरमौजूदगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय है।
सिवानी की बैठक में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के दावों की पोल उस समय खुलती दिखाई दी जब विधायक राजबीर फरटिया ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें बैठक में आने के लिए कोई जानकारी नहीं दी गई। जबकि विधायक फरटिया के कांग्रेस में विरोधी नेता बैठक में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने पहुंचे थे। इन नेताओं पर चुनाव में भीतरघात के भी आरोप लगाते रहे हैं। गत सप्ताह भी जिला कांग्रेस में फूट दिखाई दी। 2 अक्तूबर को गांधी जयंती ग्रामीण व शहरी कांग्रेस द्वारा भिवानी शहर में ही मनाई गई लेकिन दोनों ने अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए, जिससे कांग्रेस को संगठित और मजबूत करने के दावों की पोल खुल गई। खासतौर पर ऐसे कांग्रेसी जो कि संगठन को मजबूत करने के सपने देख रहे थे, उनके लिए विचित्र स्थिति पैदा हो गई। किसके कार्यक्रम में जाए और किसके कार्यक्रम में न जाएं, इसके सवाल में उलझे रहे। मजेदार बात तो यह है कि कई ऐसे नेता हैं जो आमतौर पर शहरी व ग्रामीण इलाकों में अलग-अलग पकड़ रखते हैं। लेकिन ये शहरी नेता तो ग्रामीण इकाई के कार्यक्रम में होते है और ग्रामीण इकाई के नेता शहरी बैठकों में दिखाई देते है।तीन दिन पहले नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने चंडीगढ़ में बुलाई जिला अध्यक्षों की बैठक में भी भिवानी कांग्रेस में फूट का मामला जोर शोर से उठाया। आलाकमान द्वारा जिला कांग्रेस के अध्यक्षों की घोषणा की गई थी। पार्टी द्वारा शहरी व ग्रामीण अध्यक्ष बनाए गए तो 11 साल से सत्ता से दूर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में आस जगी थी कि अब संगठन मजबूत होगा और सशक्त विपक्ष के तौर पर प्रदेश कांग्रेस सरकार की नीतियों को
लेकर उसे घेरेगी लेकिन स्थिति ये है कि पार्टी के नेता अपने ही नेताओं को घेरने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी नेतृत्व और राहुल गांंधी के नेतृत्व मेें पूरी कांग्रेस एकजुट है। किसी भी स्तर पर कांग्रेस में अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। चंडीगढ़ बैठक में जिला अध्यक्षों को एकजुट होकर जनता की मांगें उठाने व पार्टी की नीतियां जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।