दिल्ली-गुरुग्राम के बीच सड़क नेटवर्क और कनेक्टिविटी पर जोर
गुरुग्राम, 18 फरवरी (हप्र) : दिल्ली-गुरुग्राम के बीच बेहतर कनेक्टिविटी, विकास कार्यों की समीक्षा, सड़क संपर्क में सुधार और स्थानीय अधिकारियों के बीच समन्वय संबंधी किसी भी मुद्दे को हल करने के लिए आज गुरुगाम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) कार्यालय में हरियाणा सरकार के शहरी विकास विभाग के प्रधान सलाहकार डी.एस. ढेसी की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामल मिश्रा, गुरुग्राम के उपायुक्त अजय कुमार, डीसीपी ट्रैफिक वीरेंद्र विज, एचएसवीपी की प्रशासक वैशाली सिंह और जीएमडीए के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक में जिन प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई उनमें दिल्ली और गुरुग्राम के बीच कनेक्टिविटी में सुधार और राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर ट्रैफ़िक कम करना शामिल था। प्रधान सलाहकार ने बताया कि दोनों शहरों के बीच आवागमन करने वाले यात्रियों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी की सुविधा और ट्रैफिक कम करने के लिए सभी संबंधित विभागों द्वारा अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों तरह के सुधारात्मक उपायों की योजना तैयार की जानी चाहिए। मौजूदा यातायात प्रवाह को व्यवस्थित करने के साथ-साथ भविष्य में बढ़ती यातायात मांगों को पूरा करने के लिए ग्रेड सेपरेटर का विकास, मौजूदा सड़क ढांचे का चौड़ीकरण और वैकल्पिक मार्गों के निर्माण की योजना बनाई जा सकती है। इस खंड पर भारी ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए धौला कुआं से महिपालपुर, महिपालपुर से रजोकरी फ्लाईओवर और दिल्ली बॉर्डर से इफको चौक, एंबियंस मॉल के पास जैसे महत्वपूर्ण खंडों के साथ-साथ गुरुग्राम के विभिन्न हिस्सों से एनएच-8 पर प्रमुख प्रवेश बिंदुओं पर रणनीतिक योजना बनाई जानी है। उन्होंने निर्देश दिया कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, एनएचएआई, जीएमडीए, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर, दिल्ली और गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस विभाग सहित सभी संबंधित विभाग एक-दूसरे के साथ समन्वय करें और राजधानी और मिलेनियम शहरों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना की रणनीति बनाएं।
पुनर्विकास कार्य की प्रगति की भी समीक्षा : जीएमडीए द्वारा हैमिल्टन कोर्ट रोड और व्यापार केंद्र रोड पर किए जा रहे पुनर्विकास कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की गई और कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। डी.एस. ढेसी ने ये भी निर्देश दिए कि साइबर सिटी से एआईटी चौक तक के हिस्से को ट्रैफिक जाम से मुक्त किया जाना चाहिए ताकि व्यस्त समय के दौरान आवागमन के समय को कम किया जा सके।