प्रचंड गर्मी में बिजली की खपत ने बनाया रिकॉर्ड
हरेंद्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 12 जून
भीषण गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। गर्मी में पहली बार 11 जून को रिकॉर्ड 1.57 करोड़ यूनिट बिजली की खपत हुई है। जिले में 11 दिन के अंदर बिजली की खपत 45 लाख यूनिट तक बढ़ चुकी है। खपत बढऩे के साथ ही लाइन लॉस भी बढ़ा है। इससे घंटों तक बिजली के अघोषित कट लग रहे हैं। भीषण गर्मी व अघोषित कटों ने लोगों को काफी परेशान कर दिया है। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी हालात ज्यादा खराब हो रहे हैं। बिजली निगम के आंकड़ों के अनुसार 20 व 21 मई को 1.50 करोड़ यूनिट से ज्यादा बिजली की खपत हुई थी। 11 जून को सीजन में पहली बार रिकॉर्ड 1.57 करोड़ यूनिट बिजली की खपत हुई। भीषण गर्मी के बीच लोगों को पंखे-कूलर, एसी, फ्रिज आदि के संचालन में काफी बिजली इस्तेमाल पड़ रही है। लाइन लॉस ज्यादा होने के कारण लगातार बिजली के अघोषित कट लग रहे हैं।
तीन घंटे गुल रही बिजली
बुधवार रात 12:30 बजे सेक्टर-15 बिजलीघर में फाल्ट आने के कारण अचानक एक फेज का तार टूट गया। दो फेज में बिजली आपूर्ति होने पर घरों में वोल्टेज कम आई। जिससे सेक्टर-15, 14, 12, आदर्श नगर, गांधी चौक क्षेत्र बिजली खराब होने की वजह से लोग परेशान रहे। तडक़े 3:30 बजे बिजली बहाल हो सकी। गर्मी में ओवर लोडिंग की समस्या से बिजली के अघोषित कट लग रहे हैं।
अघोषित कट की संख्या अधिक होने से बिजली घरों पर भी लोड बढ़ रहा है। लाइन लॉस अधिक होने की आशंका भी बढ़ी है।
2 हजार से अधिक शिकायतें गर्मी में उपभोक्ताओं को बिजली से संबंधित कोई परेशानी न हो, इसलिए मरम्मत का कार्य भी जारी है। 11 दिन में अब तक 161 ट्रांसफार्मर जल चुके हैं। वहीं, 400 से ज्यादा ट्रांसफार्मर की मरम्मत की जा चुकी है। बिजली निगम के शिकायत केंद्र में ओवर लोडिंग के चलते बृहस्पतिवार दोपहर तक 2 हजार से शिकायतें दर्ज की गई। इनमें फ्यूज उडऩे, तार टूटने की शिकायतें ज्यादा रही। विभिन्न इलाकों में ट्रांसफार्मर ओवरलोड होने से बिजली के कट लग रहे है।
अधिकारियों के दावे की हकीकत से कोसों दूर
अधिकारियों की ओर से निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा किया जा रहा था, लेकिन हकीकत कोसों दूर है। सोनीपत, खरखौदा, गोहाना, राई व गन्नौर समेत ग्रामीण क्षेत्र में बिजली के लंबे-लंबे कट लग रहे हैं। जिस हिसाब से गर्मी बढ़ रही है, उसके चलते बिजली की खपत भी एकाएक बढ़ गई है। जिससे औद्योगिक क्षेत्र कुंडली, राई, बड़ी व सोनीपत में उत्पादन पर भी असर पड़ने लगा है।