जींद, 12 जून (हप्र)
प्रदेश में फर्जी खेल संगठनों पर लगाम लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। ओलंपिक संघ ने प्रदेश के सभी जिला खेल अधिकारियों को पत्र लिखकर इस संबंध में गाइडलाइन जारी की है। यही नहीं, ओलंपिक संघ ने राज्य के खिलाड़ियों से भी अपील की है कि वे गैर-मान्यता प्राप्त संघों के बैनर तले न खेलें। इससे उन्हें कोई लाभ नहीं मिलेगा।
प्रदेश में कई मामले ऐसे आ चुके हैं, जिनमें गैर मान्यता प्राप्त खेल संगठन अपना अलग खेल खेल कर रहे हैं। वे खिलाड़ियों से कभी रजिस्ट्रेशन तो कभी ईवेंट के नाम पर मोटी रकम वसूल कर बदले में उन्हें प्रमाण-पत्र के नाम पर महज एक कागज का टुकड़ा थमा रहे हैं, जिसकी सरकारी रिकार्ड में कोई उपयोगिता ही नहीं है। कई-कई संगठन ऐसे हैं, जो प्रतियोगिताओं के प्रमाण-पत्र भी कई साल बाद देते हैं। ऐसे में उनका फर्जीवाड़ा लंबे समय तक चलता रहता है।
हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष कैप्टन जसविंद्र मीनू बेनीवाल ने इस संबंध में गाइडलाइन जारी करते हुए जींद समेत सभी जिलों के जिला खेल अधिकारियों को लिखा है कि राज्य में कई गैरमान्यता प्राप्त और असंबद्ध संगठनों द्वारा खेलों के आयोजन करवाए जा रहे हैं, जिनकी खिलाड़ियों को कोई जानकारी नहीं होती है, कि यह संगठन हरियाणा ओलंपिक संघ के अधिकार क्षेत्र में काम कर रहे हैं या नहीं। खिलाड़ियों को इस बारे में बताना बेहद जरूरी है। हरियाणा ओलंपिक संघ से संबंधित खेलों के आयोजनों में भाग लेने से उन्हें बेहतर फायदा हो सकता है। संघ की तरफ से गैर मान्यता प्राप्त और असंबंद्ध संगठनों द्वारा कराए जा रहे खेल आयोजनों को किसी प्रकार का समर्थन नहीं है। इस प्रकार के आयोजन खिलाड़ियों को भ्रमित कर रहे हैं। मीनू बेनीवाल ने कहा कि खिलाड़ियों को किसी भी आयोजन में हिस्सा लेने से पहले इनकी जानकारी जुटानी जरूरी है।हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष कैप्टन जसविंद्र मीनू बेनीवाल ने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने व खिलाड़ियों के भविष्य से होने वाले खिलवाड़ को रोकने के लिए एक गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें जिला खेल अधिकारियों को राज्य में गैर मान्यता प्राप्त और असंबद्ध संगठनों द्वारा खेलों के आयोजनों पर रोक लगाने, इस संबंध में खिलाड़ियों व उनके अभिभावकों को जागरुक करने के लिए अभियान चलाने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि खेलों के नाम पर खिलाड़ियों से रूपये एकत्र करने की शिकायत मिलने पर फर्जी खेल संगठनों पर एफआईआर दर्ज करवाने से लेकर दूसरी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। खिलाड़ियों व उनके अभिभावकों का फर्ज बनता है कि वो जांच लें कि जिस एसोसिएशन से वो अपने बच्चों को किसी भी ईवेंट विशेष में हिस्सा ले रहे हैं, वो एसोसिएशन या संगठन हरियाणा ओलंपिक संघ के अधिकार क्षेत्र में काम कर रहे हैं या नहीं। यदि वह खेल एसोसिएशन या संगठन मान्यता प्राप्त नहीं है, तो उसके खिलाड़ियों को सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा।