शिक्षा से समाज व राष्ट्र की तरक्की सुनिश्चित हो सकती है : प्रो. राजबीर
बहादुरगढ़, 9 अप्रैल (निस) शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसे ग्रहण कर एक व्यक्ति, उसके परिवार, समाज व राष्ट्र की तरक्की सुनिश्चित हो सकती है। यह उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने राजकीय महिला...
बहादुरगढ़, 9 अप्रैल (निस)
शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसे ग्रहण कर एक व्यक्ति, उसके परिवार, समाज व राष्ट्र की तरक्की सुनिश्चित हो सकती है। यह उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने राजकीय महिला महाविद्यालय बहादुरगढ़ के दूसरे दीक्षांत समारोह एवं तीसरे वार्षिक पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए प्रकट किये। दीक्षांत समारोह के अंतर्गत सत्र 2021-2024 की उन छात्राओं को विधिवत उपाधियां प्रदान की गईं जिन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई पूर्ण की, वहीं सत्र 2023-2024 के लिए आयोजित वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में उन छात्राओं को सम्मानित किया गया जिन्होंने शैक्षणिक, सांस्कृतिक, खेलकूद और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था। समारोह में लगभग 85 छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने स्नातक उपाधि प्राप्त छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह विद्यार्थियों के जीवन का एक महत्वपूर्ण दिन होता है। यह उपाधी एक विद्यार्थी की अथक मेहनत का परमोत्कर्ष होता है। यह उनके जीवन में एक नए युग की शुरुआत है। उन्होंने आह्वान किया कि विद्यार्थी अपनी शिक्षा एवं ज्ञान से समाज की सेवा करें और देश के विकास में बढ़चढ़ कर अपना योगदान दें। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुई भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्ष डा. शरनजीत कौर ने कहा कि यह केवल एक उपाधि नहीं है अपितु यह एक बड़ी जिम्मेदारी है। देश तभी तरक्की करता है जब हम अपनी जिम्मेदारियों का संवेदनशील होकर निर्वहन करते हैं।
विशिष्ट अतिथि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के परीक्षा नियंत्रक एवं पूर्व कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने कहा कि विद्यार्थी उपाधि प्राप्त करने के बाद जिस भी क्षेत्र में जायें कड़ी मेहनत व लगन से कार्य करें एवं समाज सेवा करें और महाविद्यालय का नाम रोशन करें।

