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डॉक्टरों की हड़ताल से चरमराई व्यवस्था

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (एचसीएमएस) के आह्वान पर जींद जिले में सरकती चिकित्सक बुधवार को तीसरे दिन भी पूर्ण हडताल पर रहे। एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. बिजेंद्र ढांडा और डॉ राजेश भोला ने कहा कि जब तक उनकी...

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जींद में बुधवार को हड़ताल के दौरान बंद पड़े विशेषज्ञों के ओपीडी रूम। -हप्र
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हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन (एचसीएमएस) के आह्वान पर जींद जिले में सरकती चिकित्सक बुधवार को तीसरे दिन भी पूर्ण हडताल पर रहे। एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. बिजेंद्र ढांडा और डॉ राजेश भोला ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नही किया जाता, तब तक उनकी हडताल जारी रहेगी। बुधवार को जींद जिले के लगभग तमाम सरकारी चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। इससे जींद के सिविल अस्पताल में बुधवार को लगातार तीसरे दिन स्पेशलिस्ट्स की ओपीडी से लेकर सर्जरी तक सब पूरी तरह ठप्प रहे।

अस्पताल में जांच और उपचार के लिए आए मरीजों और उनके परिजनों को हड़ताल से भारी परेशानी हुई। उन्हें बिना जांच और उपचार के घर बैरंग लौटना पड़ा। चिकित्सकों की मांगों में एसएमओ की सीधी भर्ती नहीं करने और एसीपी शामिल हैं। इन्हें सरकार द्वारा मान भी लिया गया है, लेकिन मानी गई मांगों को ही लागू नहीं किया जा रहा है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के राज्य संयोजक और जिला प्रधान डा. बिजेंद्र ढांडा व डा. राजेश भोला ने बताया कि हडताल पर जाने से पहले सरकार को सभी परिस्थितियों से अवगत करवा दिया गया था। जनभावनाओं को समझने की बजाए सरकार हठधर्मिता को अपना रही है, जिसका खामियाजा चिकित्सकों के साथ-साथ आमजन को भुगतना पड़ रहा है।

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उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष सरकार ने वादा किया था कि एसएमओ की सीधी भर्ती बंद की जाएगी और एसएमओ के सभी पद प्रमोशन से ही भरे जाएंगे। सर्विस रूल्स में संशोधन के लिए सहमति भी बनी थी, लेकिन आज तक न नियम बदले गए और न ही भर्ती प्रक्रिया में कोई सुधार हुआ।

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