सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों ने की दो घंटे पेन डाउन हड़ताल
नागरिक अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में बृहस्पतिवार को सभी चिकित्सक दो घंटे तक पेन डाउन हड़ताल पर रहे। अस्पतालों में मरीज इलाज के लिए भटकते रहे। सुबह 9 से 11 बजे तक ओपीडी में मरीजों को उपचार नहीं मिल सका। उन्होंने लिंगानुपात कम होने के बाद वरिष्ठ डॉक्टरों पर कार्रवाई किए जाने के विरोध में सरकार के खिलाफ रोष जताया। चिकित्सक दल का नेतृत्व कर रहे डॉ. नितिन ने कहा कि लिंगानुपात के मामले में सोनीपत व सिरसा जिले के वरिष्ठ डॉक्टरों पर कार्रवाई की सूचना है। सोनीपत में इस तरह की कार्रवाई करना गलत है। उन्होंने कहा कि अकेले चिकित्सक लिंगानुपात नहीं सुधार सकते। इसके लिए समाज के लोगों का सहयोग बहुत आवश्यक है। इसी मुद्दे को लेकर हड़ताल रखी है। हलालपुर के एसएमओ डॉ. अनिल सचदेवा ने बताया कि उन्हें निलंबित किए जाने के आदेश नहीं मिले है। हालांकि लिंगानुपात को सुधारने का प्रयास जारी है। लिंगानुपात सुधारने के लिए अकेला चिकित्सक नहीं, संबंधित गांव के सरपंच, पंच, पुलिस, महिला बाल विकास विभाग की भी भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि अकेले चिकित्सक पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, पुलिस व महिला बाल विकास की भी भूमिका होती है। वर्तमान में जिले का लिंगानुपात 891 दर्ज है। पिछले साल आज के दिन लिंगानुपात 898 था। जिला नागरिक अस्पताल में 11 बजे के बाद ओपीडी शुरू हो सकी। हड़ताल खत्म होने के बाद हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विपिन दलाल कोर्ट एविडेंस पर चले गए। ऐसे में हड्डी मरीजों को उपचार नहीं मिल सका।
