डॉक्टर की हत्या में जिगरी दोस्त गिरफ्तार
नूंह जिले के पुन्हाना में एमबीबीएस डॉक्टर विनोद गोयल की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है और आरोप लगा है उनके 15 साल से दोस्त दीपक पर। आरोप है कि दीपक ने कई लोगों के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया। और शव को हरिद्वार में गंगा नदी में फेंक आये। फिलहाल पुलिस ने आरोपी दीपक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक अन्य आरोपी अशोक फरार है। उसे गिरफ्तार करने को कई टीमों का गठन किया गया है। हत्या की जांच को प्रभावित करने के लिए आरोपी दीपक पुलिस और परिजनों के साथ बेखौफ घूम रहा था। पुलिस ने दीपक को 10 दिन के रिमांड पर लिया और हत्या के सारे राज खोलने में जुट गई है। जानकारी के अनुसार, पुन्हाना के डीएसपी जितेन्द्र कुमार ने शनिवार को मीडिया को बताया कि पुन्हाना में अपना क्लिनिक चलाने वाले डॉ विनोद गोयल 28 अगस्त की रात्रि अचानक अपने घर से गायब हो गया। परिवार वाले उसे कई दिनों तक तलाश करते रहे। पुलिस ने गुमशुदी का मामला दर्ज कर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी थी।
डीएसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि डॉ़ विनोद गोयल का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसका जिगरी दोस्त दीपक है। जब पुलिस ने दीपक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो उसने सारे राज खोल दिए। डीएसपी जितेन्द्र कुमार ने बताया कि दीपक ने कबूल किया है कि उसने 23 लाख रुपये के लेनदेन को लेकर डॉ. विनोद गोयल की हत्या की है। दीपक 28 अगस्त की रात्रि अपने कर्मचारी अशोक के साथ डॉ. विनोद के घर पहुंचा। दीपक ने विनोद को ड्राइवर के बराबर वाली सीट पर बैठा दिया और पिछली सीट पर बैठे दीपक ने पीछे से विनोद के गला में फंदा डालकर मार दिया। डीएसपी के अनुसार उसके बाद दीपक और उसका कर्मचारी अशोक शव को लेकर अपनी बर्तन बनाने वाली फैक्टरी में ले गए। उन्होंने शव को करीब 3 बजे तक फैक्टरी में रखा और 29 अगस्त को दिन के 3 बजे कार की डिग्गी में रखकर हरिद्वार ले गए। रात के समय शव को गंगा नदी में फेंक आया। किसी को शक न हो इसलिए आरोपी दीपक पुलिस और परिजनों के साथ खुला घूम रहा था। डीएसपी का कहना है कि हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी दीपक को गिरफ्तार कर लिया है तथा उसके साथी अशोक की गिरफ्तारी के लिए सीआईए पुनहाना प्रभारी के नेतृत्व के टीम बनाई गई है। आरोपी को 10 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर हत्या के सभी राजों का जल्द खुलासा किया जाएगा।