डॉक्टर ने 23 सप्ताह की गर्भवती का किया गर्भपात, एफआईआर दर्ज
पहले भी दर्ज हो चुकी एफआईआर
जींद की डॉ शशि शर्मा के खिलाफ पहली बार एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। लगभग साढ़े 4 साल पहले 12 जनवरी 2021 को भी उनके खिलाफ पीएनडीटी एक्ट में एफआईआर दर्ज हुई थी। कई दिन तक उनका अस्पताल बंद रहा था। अब उनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने दूसरी एफआईआर दर्ज करवाई है। जींद का स्वास्थ्य विभाग डॉ शशि शर्मा को जींद के सिविल अस्पताल में भी गर्भवती महिलाओं की सिजेरियन से डिलीवरी करवाने के लिए बुलाता है। इस तरह के विवादों में घिरी रहने वाली महिला चिकित्सक को सिविल अस्पताल में डिलीवरी के लिए बुलाना खुद में कई तरह के सवाल खड़े करता है।
रिवर्स ट्रैकिंग में मिली थी सूचना
जिले में घटते लिंगानुपात के कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं की निगरानी इन दिनों की जा रही है। इसमें रिवर्स ट्रैकिंग के तहत जींद समेत प्रदेश के दूसरे जिलों में हुए सभी गर्भपात की स्वास्थ्य विभाग जांच करवा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय को सूचना मिली थी कि जींद के डॉ शशि शर्मा अस्पताल में जींद शहर की एक महिला का अवैध रूप से गर्भपात करवाया गया है। इस पर जींद के स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने अस्पताल में जाकर जांच की। जांच में पता चला कि शहर की एक महिला का 23 सप्ताह का गर्भपात यहां करवाया गया है, जबकि यह अस्पताल 20 सप्ताह से ज्यादा की गर्भवती महिला का गर्भपात करने के लिए अधिकृत नहीं था। इस मामले में अस्पताल की संचालिका डॉ शशि शर्मा से कई प्रयासों के बावजूद संपर्क नहीं हो पाया। उनके दोनों मोबाइल फोन स्विच ऑफ आ रहे थे।