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दिवंगत संदीप लाठर के परिवार के लिए शुभ नहीं रहा दीपावली पर्व

2004 में पिता की रेल की चपेट में आने से हुई थी मौत
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रोहतक के साइबर सेल में तैनात जुलाना के वार्ड-4 निवासी दिवंगत संदीप कुमार लाठर के परिवार के लिए दीपावली का त्यौहार शुभ नहीं रहा। वर्ष 2004 में जब संदीप कुमार 22 वर्ष के थे, उनके पिता दयानंद जो हरियाणा पुलिस में एएसआई के पद पर थे, दीपावली के एक दिन पहले छोटी दीपवली को ट्रेन की चपेट में आने से दूनिया छोडक़र चले गए थे। दीपावली के एक सप्ताह पहले भी फिर पुरानी यादें ताजा हो गई, जब रोहतक के साइबर सैल में तैनात संदीप कुमार लाठर ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पिता की मौत के बाद संदीप कुमार ने अपनी एलएलबी की पढ़ाई पूरी की और संघर्ष कर अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी का जुगाड़ किया। संदीप पांच बहनों का इकलौता भाई था। तीन बहनों की शादी पिता दयानंद ने कर दी थी। पिता की मौत के बाद संदीप ने पढ़ाई के साथ-साथ खेती बाड़ी कर दो बहनों की शादी की और 2007 में उनका सलेक्शन हरियाणा पुलिस में हो गया। संदीप का 10 वर्षीय लडक़ा विहान चौथी कक्षा में पढ़ता है। संदीप की दो लड़की एक रुपक नौंवी कक्षा में पढ़ाई कर रही है जबकि बड़ी लड़की प्रतिभा आईआईटी की तैयारी कर रही है। बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री कृष्ण पंवार, मंत्री महिपाल ढांडा परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके ननिहाल लाढ़ौत गांव में पहुंचे। दिवंगत संदीप की मां इंद्रावती बुधवार को दुखी मन से रोते हुए जुलाना में अपने घर पर पहुंची,जहां परिवार व पड़ोस की महिलाओं ने उन्हें सांत्वना दी।

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