राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 6 मार्च
नगर निगम सभागार मैट्रो चौक से ईएसआई चौक को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण हुए दो साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद प्रशासन ने अभी तक खाली जगह पर डिवाइडर नहीं बनवाया। सड़क के बीच डिवाइडर न होने से बीते 23 जनवरी को एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई थी। उस समय पुलिस ने ट्रैक्टर चालक पर मामला दर्ज कर अपनी प्रक्रिया पूरी कर दी। आसपास के लोगों का कहना था कि यदि सड़क के बीच डिवाइडर होता तो शायद युवकों की जान बच सकती थी, लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान ही नहीं दिया।
सड़क का निर्माण कार्य पूरा दिखा कर निगम ने ठेकेदार को पैमेंट कर दी है। न तो ठेकेदार ने काम किया और न ही नगर निगम ने ध्यान दिया। ऐसे में यहां आए दिन कोई न कोई दोपहिया वाहन चालक गिरता रहता है और चोटिल होता रहता है।
बीते 23 जनवरी को 17 वर्षीय जीशान उर्फ टुकटुक और शिवम स्कूटी पर किसी काम से निकले थे। जब वे सड़क पर जा रहेे थे तो दूसरी तरफ से आ रहे ट्रैक्टर ने डिवाइडर न होने के कारण टक्कर मार दी। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
दशहरा ग्राउंड के गेटों पर ताले लगाकर की खानापूर्ति
दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के मद्देनजर पुलिस व निगम प्रशासन ने दशहरा ग्राउंड में मौजूद तीन दरवाजों पर ताला लगवा दिया और कहा कि यहां से वाहन चालक निकलकर अचानक से सड़क पार करते हैं, तो उससे हादसे होते हैं। जबकि सबसे बड़ा कारण सड़क के बीच में डिवाइडर न होना है।
सड़क की बनावट पर उठाये सवाल
समाजसेवी एवं आईटीआई कार्यकर्ता विष्णु गोयल ने सवाल उठाए कि नगर निगम ने इस सड़क का टेंडर दो ठेकेदारों को दिया था। इस सड़क के हिस्से को बनाने में उन्होंने कई महीने लगाये। अब सड़क बनकर तैयार हो गई लेकिन बीच में डिवाइडर ही नहीं बनाया गया। सड़क के बीच का हिस्सा ऊंचा-नीचा होने के कारण वाहन चालकों को परेेशानी होती है। रात के समय डिवाइडर न होने के कारण बने गड्ढ़े दिखाई ही नहीं देते और हादसे हो जाते हैं।