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अवैध खनन के मामले में जांच करने पहुंचा जिला प्रशासन का अमला

खनन माफियाओं ने गिरा दिया था हरियाणा के पहाड़ का हिस्सा
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गुरुग्राम, 24 दिसंबर (हप्र)

नूंह जिले के खंड के गांव रवा में चार दिन पूर्व अवैध खनन की नीयत से गिराए गए पहाड़ की जांच के लिये टीम पहुंची। मंगलवार को जिला प्रशासन का पूरा हमला अपने दलबल के साथ पहाड़ों की नपाई के लिए पहुंचा। हरियाणा स्टेट इन्फोर्समेंट ब्यूरो की टीम द्वारा मुकदमा करने के बाद अब विभागीय टीम जांच के लिये गई है।

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खनन माफियाओं ने गिरा दिया था पहाड़

जांच करने प्रशासनिक अमले में माइनिंग विभाग, हरियाणा स्टेट इन्फोर्समेंट ब्यूरो, राजस्व विभाग, एंटी माइनिंग पुलिस, वन विभाग सहित पुलिसबल के जवानों ने घटनास्थल का दौरा कर मामले की गहनता से जांच पड़ताल की। प्रशासन द्वारा यहां यह पड़ताल की गई कि अरावली का पहाड़ जो गिरा था वो हरियाणा का रकबा था या राजस्थान का। वैसे इस सन्दर्भ में प्रवर्तन ब्यूरो द्वारा केस दर्ज किया जा चुका है। उधर घटनास्थल पर प्रशासनिक दस्ते के जाने से पहले राजस्थान में लीज चलाने वाले धारक बोरियां बिस्तर समेटकर फरार दिखाई दिए।

बता दें कि शुक्रवार 20 दिसंबर की सुबह खनन माफिया ने हरियाणा सीमा के रवा गांव से सटे अरावली वन क्षेत्र के पहाड़ को गिरा दिया था। सूत्र बताते हैं कि यहां करीब 6000 मीट्रिक टन से अधिक पत्थर राजस्थान की तरफ जाकर गिरा है। खनन माफियाओं द्वारा ऐसा पहली बार नहीं किया गया है इससे पहले भी यह पहाड़ गिरा चुके हैं। वैसे यहां अवैध खनन का मामला नया नहीं है। यहां आए दिन खनन होता रहता है। शुक्रवार को गिराए गए पहाड़ के मामले को जब हरियाणा राजस्थान की मीडिया ने कवरेज दी तो प्रशासन नींद से जागा और कार्रवाई के लिए पहाड़ के चक्कर लगाने लगा। जबकि पहाड़ गिरने के दूसरे दिन ही राजस्थान प्रशासन द्वारा पहाड़ी के थाने में अवैध खनन को लेकर पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मामले को लेकर हरियाणा में मुकदमा तो दर्ज हुआ लेकिन अभी तक खनन करने वाले लोगों की पहचान नहीं हो सकी है। मंगलवार को हरियाणा वन क्षेत्र के रकबे की पैमाइश तथा जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों के समक्ष पेश कर दी है।

नांगल में हुई क्रशर संचालकों की मीटिंग

अवैध खनन मामले में नूंह प्रशासन द्वारा राजस्थान के खनन माफियाओं पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है।

ऐसे में कार्रवाई से पहले नांगल क्रशर जोन में क्रशर संचालकों की एक गुप्त मीटिंग मंगलवार को हुई। बताया जा रहा है कि ये क्रशर मालिक खनन माफियाओं के पक्ष में खड़े हो गए हैं। इन अधिकांश क्रशर जोन में हरियाणा से चोरी किया गया पत्थर पीसा जाता है।

नूंह के उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि जिला प्रशासन ने गांव रवां में गिरे पहाड़ के मामले में इनफोर्समेंट ब्यूरो की ओर से मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके अलावा वन, खनन व अन्य संबंधित विभाग सेटेलाइट तस्वीरों के माध्यम से वास्तविक स्थिति का आकलन कर रहे हैं।

'' मशीनों द्वारा पहाड़ों की नपाई की गई है और मशीनों को सील कर दिया गया है। जैसे ही मशीनों की रिपोर्ट आती है। उसके उपरांत सारे मामले का खुलासा किया जाएगा। ''

-सूरजभान एसएचओ, हरियाणा स्टेट इन्फोर्समेंट ब्यूरो

''हरियाणा राजस्थान से सटे पहाड़ को लेकर माइनिंग विभाग, वन विभाग ,हरियाणा स्टेट इन्फोर्समेंट ब्यूरो, सब अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। रिपोर्ट तैयार होने पर जिला उपायुक्त को सौंप दी जाएगी। ''

-डॉ चिनार चहल, एसडीएम, फिरोजपुर झिरका।

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