मदवि में शिक्षक भर्ती पर विवाद, छात्र संगठनों ने कुलपति को सौंपा ज्ञापन
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) रोहतक में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सरकारी आदेशों और आरक्षण व्यवस्था की अनदेखी के आरोपों को लेकर छात्र संगठनों ने आज कुलपति प्रो. राजबीर सिंह लोहान को ज्ञापन सौंपा। छात्र नेता विक्रम सिंह डुमोलिया ने बताया...
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) रोहतक में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सरकारी आदेशों और आरक्षण व्यवस्था की अनदेखी के आरोपों को लेकर छात्र संगठनों ने आज कुलपति प्रो. राजबीर सिंह लोहान को ज्ञापन सौंपा। छात्र नेता विक्रम सिंह डुमोलिया ने बताया कि सरकार ने 18 सितंबर, 2025 को स्टैंडर्ड ओपरेटिंग प्रोसीजर जारी कर सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए थे कि रोस्टर रजिस्टर विश्वविद्यालय को एक इकाई मानकर नए सिरे से तैयार किया जाए, लेकिन मदवि प्रशासन अभी भी 1979 से जारी पुराने विभागवार रोस्टर पर ही काम कर रहा है, जो नियमों के अनुसार नहीं है।
छात्र नेताओं ने आरोप लगाया कि विवि विशेष वर्ग को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से आरक्षण नीति से छेड़छाड़ कर रहा है और यदि भर्ती प्रक्रिया को संवैधानिक प्रतिनिधित्व के अनुसार नहीं चलाया गया तो वे विरोध करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का विरोध भी किया जा सकता है।
एनएसओ नेशनल स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन हरियाणा के अध्यक्ष सुधीर कुमार सहारन ने कहा कि 100 अंकों का साक्षात्कार रखकर युवा प्रतिभाओं के साथ अन्याय किया जा रहा है। उनके अनुसार चयन प्रक्रिया एचपीएससी की तर्ज पर टेस्ट आधारित होनी चाहिए ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
शहीद भगत सिंह छात्र संगठन के अध्यक्ष प्रदीप मोटा ने कहा कि विवि सरकार की नई एसओपी की अनदेखी कर भर्ती जारी रखे है, जो असंवैधानिक है और इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह लोहान ने आश्वासन दिया कि भर्ती सभी नियमों के अनुसार की जाएगी। ज्ञापन देने वालों में युद्धवीर बॉक्सर, अमन अंबोली, दीपक सावरियां, हिमांशु देशवाल, अजय छोटा सहित कई छात्र शामिल रहे।

