दहेज में मांगे 51 लाख व फॉर्च्यूनर, उल्टा 73 लाख देकर छुड़ाई जान!
गुरुग्राम, 27 फरवरी (हप्र)
गुरुग्राम में लड़की वालों से कथित तौर पर 51 लाख रुपये और फॉर्च्यूनर गाड़ी मांगना लड़के वालों को ही महंगा पड़ गया। बारात वधू के दरवाजे पर पहुंचने के बाद यह मांग की गई तो वधू पक्ष ने 15 घंटे तक बारात को रोके रखा। काफी विवाद के बाद यह रिश्ता तोड़ दिया गया और लड़के वालों से 73 लाख रुपये वधू पक्ष ने लेकर समझौता किया।
जानकारी के अनुसार गुरुगाम के खेड़की दौला थाना क्षेत्र के गांव भांगरौला निवासी एक पिता की बेटी की शादी गुरुग्राम जिला के ही गांव जुड़ोला के रहने वाले एक डॉक्टर से तय हुई थी। 25 फरवरी को बारात उनके दरवाजे पर रात दो बजे पहुंची। इस दौरान दूल्हा पक्ष द्वारा वधू पक्ष से कथित तौर पर 51 लाख रुपये और फॉर्च्यूनर की मांग की गई। इससे विवाद हो गया। वधू पक्ष की ओर से बारात को रोक लिया गया। विवाह की रस्में रोक दी गई। करीब 15 घंटे तक विवाद होता रहा। मौके पर वधू पक्ष की ओर से पुलिस बुला ली गई। वधू पक्ष ने कहा कि उनकी ओर से लगन में कार और नकदी दी गई थी। विवाद सुलझाने के लिए पंचायत भी हुई और पंचायत में समझौता हुआ।
लड़का पक्ष ने कार व नकदी तो लौटाई ही, इसके अलावा लड़की पक्ष को उन्होंने 73 लाख रुपये और दिए। इसके लिए उन्होंने जमीन और प्लॉट को गिरवी रखा।
मानेसर के एसीपी वीरेंद्र सैनी के मुताबिक पुलिस व मौजिज ग्रामीणों की मौजूदगी में दोनों परिवारों का यह लिखित में समझौता हुआ। लड़का पक्ष के पास इतना पैसा नहीं था। ऐसे में गांव साढराणा निवासी एक मौजित व्यक्ति ने मौके पर जिम्मेदारी ली। वर पक्ष की ओर से एक प्लॉट व मकान का एग्रीमेंट वधू पक्ष के नाम किया गया है। लड़का एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करके एक प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टर है। लड़की टीचर की ट्रेनिंग ले चुकी है।
लगन में दी कार भी लौटानी पड़ी
वधू पक्ष की ओर से 23 फरवरी को लगन दिया गया था। घर के सामान के अलावा उन्होंने कार लगन में दी थी। लड़की वालों ने बारात लाकर बड़ी डिमांड रख दी। वधू के परिवार समेत गांव के सरपंच ने भी लड़का पक्ष के आगे हाथ-पांव जोड़े, मगर उनका दिल नहीं पसीजा। लड़के के चाचा पर आरोप है कि उसने काफी बदतमीजी की और बारात वापस ले जाने की धमकी दी।