पृथला के कांग्रेस विधायक रघुबीर तेवतिया ने विधानसभा के मानसून सत्र में अपने क्षेत्र की समस्याओं को उठाते हुए पृथला में दो उपमंडल बनाए जाने की जोरदार मांग की। उन्होंने कहा कि पृथला विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह से ग्रामीण पृष्ठभूमि का है और यह पलवल व फरीदाबाद दो जिलों में बंटा हुआ है। ऐसे में आम लोगों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए पलवल और फरीदाबाद के चक्कर काटने पड़ते हैं। इसलिए पलवल जिले में पृथला को उपमंडल घोषित किया जाए तथा दयालपुर, फतेहपुर बिल्लोच या मोहना-छांयसा जैसे बड़े गांवों में से किसी एक को भी उपमंडल का दर्जा दिया जाए। विधायक ने शिक्षा व चिकित्सा से जुड़े मुद्दे भी उठाए। उन्होंने बताया कि जनौली गांव में 16 एकड़ भूमि पर सरकारी डाइट केंद्र स्थापित किया गया था, जहां पहले जेबीटी की कक्षाएं चलाई जाती थीं, लेकिन वर्तमान सरकार ने उन्हें बंद कर दिया। उनकी मांग है कि इस भवन में सरकारी कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज या फिर पीटीआई व ड्राइंग टीचर की पढ़ाई के लिए बीपीएड व बीएफए जैसी कक्षाएं शुरू की जाएं। तेवतिया ने किसानों की सिंचाई व्यवस्था सुधारने की मांग भी की। साथ ही क्षेत्र की टूटी-फूटी सड़कों का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा और गुणवत्तापूर्ण नवनिर्माण कराने पर जोर दिया। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले सत्र में उनकी मांग पर सरकार ने 30 में से 26 सड़कों के पुनर्निर्माण की घोषणा की थी, जिन पर शीघ्र कार्य शुरू होना चाहिए। उन्होंने बिजोपुर, जवां, डीग, सीकरी, पृथला, अलावलपुर, भनकपुर, पन्हेडा कलां समेत कई गांवों में जोहड़ों का पानी ओवरफ्लो होने से ग्रामीणों को हो रही परेशानी पर चिंता जताई। आरसीसी फिरनी व नालियों के निर्माण के साथ-साथ जोहड़ों की सफाई व खुदाई कराने की मांग की।
इसके अलावा विधायक ने नेशनल हाईवे पर बघौला फ्लाईओवर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसका निर्माण कछुआ गति से चल रहा है। तेवतिया ने क्षेत्र के दर्जनों गांवों भनकुपुर, कबुलपुर, लदियापुर, सहराला, फिरोजपुर कलां, हरफला, नंगला जोगियान, सिकरौना आदि में सेम की समस्या को भी उठाया और कहा कि पानी निकासी की उचित व्यवस्था बनाकर इसे गोंछी ड्रेन में डाला जाए।