माजरा में एम्स में एमबीबीएस, ओपीडी व ओवरब्रिज की मांग
रेवाड़ी, 19 जून (हप्र)
एम्स संघर्ष समिति मनेठी की एक आपात बैठक समिति के अध्यक्ष कैलाश चंद की अध्यक्षता में गुरुवार को कुंड में आयोजित की गई। जिसमें माजरा एम्स में ओपीडी शुरू करने, माजरा एम्स के नाम से इसी सत्र से एमबीबीएस क्लास बैठाने और राष्ट्रीय राज मार्ग 11 से माजरा एम्स तक ओवरब्रिज बनाने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि आंदोलन के पहले चरण में समिति पदाधिकारी व सदस्य घर घर जायेंगे, जनता को जगाएंगे के नारे के साथ जन अभियान चलाया जाएगा। जिसको लेकर जनता के नाम अपील के साथ एक पम्पलेट तैयार किया गया है। 6 जुलाई को सरकार के निकम्मापन के खिलाफ एक बड़ी जन सभा का आयोजन कुंड में किया जाएगा। एम्स संघर्ष समिति ने इस बात पर गहरा रोष व्यक्त किया है कि मुख्यमंत्री के रेवाड़ी आगमन पर स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने माजरा एम्स में ओपीडी एवं एमबीबीएस क्लास शुरू करने की कोई बात नहीं उठाई जबकि रेवाड़ी के तीनों विधायक, सांसद और हरियाणा सरकार की स्वास्थ्य मंत्री हाजिर थे।
एम्स संघर्ष समिति का कहना है कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत देश में बनने वाले 22 एम्स में से 12 एम्स रायबेरली, गोरखपुर, मंगल गिरी, नागपुर, भटिंडा, बीबीनगर, कल्याणी, देवघर, बिलासपुर,, गुवाहाटी, राजकोट एवं शंभू जम्मू एम्स जो निर्माणाधीन है। परन्तु वहां पर ओपीडी शुरू है और उनके नाम से एमबीबीएस की क्लास भी अन्यत्र चल रही है । माजरा एम्स भी इसी योजना के अंतर्गत है फिर यहां क्यों नहीं है। सरकार और जनप्रतिनिधि इस बिंदु पर चुप क्यों है। इससे साबित हो रहा है कि उनकी नियत में खोट है।
वहीं एम्स संघर्ष समिति ने रामगढ़ भगवानपुर के निवासियों द्वारा 200 बेड के नागरिक हस्पताल बनाने की मांग के समर्थन में प्रस्ताव पास किया और फैसला लिया कि 21 जून को एम्स संघर्ष समिति अध्यक्ष कैलाश चंद के नेतृत्व में रामगढ़ भगवानपुर धरना स्थल पर जाकर एकता और भाईचारे का संदेश देंगी। एम्स संघर्षं समिति के प्रवक्ता कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने कहा कि आंदोलन करने के लिए सरकार जनता को बाध्य कर रही है। बैठक में बी डी यादव, कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट, कंवल सिंह, कर्नल राजेंद्र सिंह, ईश्वर सिंह सैन, राजबीर नंबरदार, प्रकाश चंद, भूपेंद्र सिंह, भूप सिंह आर्य, नवल सिंह, दिलबाग सिंह, विनोद कुमार, देशराज , जगदीश चंद्र, मास्टर लक्ष्मण सिंह, सत्यपाल सिंह, नंदलाल, देशराज, दयाराम, रामेश्वर, राजरानी, धर्मवीर बल्डोदिया, महावीर पंच, बलवंत पंच, अतर सिंह, सावल सिंह, कंवर सिंह पंच, अमर सिंह, मुनीलाल, सूबेदार मनजीत सिंह, दलबीर पंच इत्यादि ने अपने अपने विचार रखे।