डीबीएस सर्जरी से बदले मरीजों के जीवन
अमृता अस्पताल फरीदाबाद ने न्यूरोलॉजी के क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। यहां अब तक 30 से अधिक डीप ब्रेन स्टिम्युलेशन (डीबीएस) सर्जरी सफलतापूर्वक की जा चुकी हैं। यह तकनीक पार्किंसंस, डिस्टोनिया और एसेन्शियल ट्रेमर जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए नई उम्मीद बनी है।
इस प्रक्रिया में मस्तिष्क के खास हिस्सों में इलेक्ट्रोड लगाए जाते हैं। ये असामान्य विद्युत संकेतों को नियंत्रित करते हैं और मरीज को राहत देते हैं। न्यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. संजय पांडे के अनुसार, डीबीएस मरीजों और उनके परिवारों के लिए जीवन बदलने वाला विकल्प है। न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आनंद बालसुब्रमण्यम ने कहा कि यह सर्जरी मरीजों को सामान्य जीवन जीने का अवसर देती है।
दिल्ली की 58 वर्षीय सरोज देवी ने बताया कि ऑपरेशन से पहले उनका शरीर नियंत्रित नहीं हो पाता था। सर्जरी के बाद उनका जीवन पूरी तरह बदल गया। अस्पताल का लक्ष्य इस तकनीक को और ज्यादा सुलभ बनाना है। साथ ही, शुरुआती निदान और डॉक्टरों के प्रशिक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।