पुलिस कार्यप्रणाली के खिलाफ दलित संगठनों ने किया प्रदर्शन
हांसी, 20 जून (निस) पुलिस की कार्यप्रणाली के विरुद्ध शुक्रवार को गांव भाटला के ग्रामीणों, दलित समाज के लोगों ने हांसी लघु सचिवालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस व सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली तथा नारेबाजी की। इस...
हांसी, 20 जून (निस)
पुलिस की कार्यप्रणाली के विरुद्ध शुक्रवार को गांव भाटला के ग्रामीणों, दलित समाज के लोगों ने हांसी लघु सचिवालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस व सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली तथा नारेबाजी की। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। भाटला सामाजिक बहिष्कार प्रकरण के मामले में कानूनी व सामाजिक लड़ाई लड़ने के लिए गठित भाटला दलित संघर्ष समिति के सदस्यों विकास भाटला, सुनील भाटला, जय भगवान भाटला, अजय भाटला, अमिताभ दहिया, सचिन चोपड़ा, राजेश भाटला ने लघु सचिवालय के सामने धरना, प्रदर्शन में पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाटला सामाजिक बहिष्कार प्रकरण के लिए गठित टीम के दौरे के समय सामाजिक बहिष्कार के आरोपियों द्वारा सरेआम हांसी के विश्राम गृह के सामने जाट धर्मशाला पर दलित समाज के पीड़ित मीर सिंह को धमकी दी। इस बारे में हांसी थाना शहर में एफआईआर भी दर्ज है ,परंतु पुलिस ने आरोपियों को आज तक गिरफ्तार नहीं किया है। भाटला दलित संघर्ष समिति के सदस्यों ने आरोप लगाया कि सामाजिक बहिष्कार के आरोपियों ने विश्रामगृह में ही अधिवक्ता रजत कल्सन को भी धमकी दी तथा इस बारे में सामाजिक बहिष्कार के पीड़ितों ने हांसी थाना शहर में शिकायत दी हुई है, लेकिन पुलिस ने उसमें आज तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। धरने को संबोधित करते हुए अधिवक्ता रजत कल्सन ने कहा कि उन्हें धरने पर आने से रोकने के लिए हांसी पुलिस ने दो साल पहले दर्ज एफआईआर में उन्हें नोटिस जारी कर दिए तथा उनके घर पर उन्हें गिरफ्तार करने के लिए बार-बार रेड की गई तथा यहां तक कि उनके चेंबर में भी पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए रेड की। कल्सन ने कहा कि भाटला के दलित पीड़ितों के धरना प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस ने हर हथकंडा अपनाया।

