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पुलिस अधिकारी बन मनी लाॅन्ड्रिग केस में फंसाने का डर दिखा कर साइबर ठगी

पुलिस ने दो आरोपियों को किया काबू, बैंक खाता कराया था उपलब्ध

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एक व्यक्ति को पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटली अरेस्ट करके मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने का भय दिखाते हुए रुपए ट्रांसफर करवाकर साइबर ठगी की गई। पुलिस के अनुसार मामले में पुलिस ने बैंक खाताधारक/खाता उपलब्ध कराने वाले दो आरोपी गिरफ्तार किए हैं। जानकारी के अनुसार 30 मार्च 2025 को एक व्यक्ति ने पुलिस थाना साइबर अपराध पश्चिम गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत दी। शिकायत में कहा कि उसके पास एक फोन कॉल आया।

फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय पुलिस अधिकारी के रूप में कराया। उसने कहा कि आपके नाम से किसी व्यक्ति ने बैंक खाता खुलवाया है। उस बैंक खाते में मनी लॉन्ड्रिंग के रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। उसके खिलाफ केस रजिस्टर्ड है व बेल एप्लीकेशन लगी हुई है। पीड़ित ने बताया कि केस सैटलमेंट कराने के नाम पर उसको डिजिटल अरेस्ट करके उससे रुपए ट्रांसफर कराकर उसके साथ ठगी कर ली गई। इस शिकायत पर थाना साइबर अपराध पश्चिम गुरुग्राम में केस दर्ज किया गया।

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थाना साइबर अपराध पश्चिम के प्रबंधक निरीक्षक संदीप कुमार की पुलिस टीम ने इस केस में तहकीकात करते हुए दो आरोपियों को राजस्थान के कोटा से काबू किया। आरोपी की पहचान अरबाज मंसूरी (19) निवासी इंद्रा बस्ती जिला कोटा (राजस्थान) व मोहम्मद फरहान (19) निवासी गोविंद नगर जिला कोटा (राजस्थान) के रूप में हुई।

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आरोपी से पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ठगी गई राशि में से लगभग दो लाख 50 हजार रुपए आरोपी अरबाज मंसूरी के खाते में ट्रांसफर हुए थे। आरोपी अरबाज ने यह बैंक खाता 10 हजार रुपए में आरोपी मोहमद फरहान को बेचा था। आरोपी मोहम्मद फरहान ने वही बैंक खाता किसी अन्य व्यक्ति को 20 हजार रुपए में बेचा था।

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