बेकार कागज को रिसाइकल कर बनायी कॉपियां, सरकारी स्कूलों में बांटी
फरीदाबाद, 4 जून (हप्र)
विश्व पर्यावरण दिवस पर मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस (एमआरईआई) की सामाजिक शाखा डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन ने अपनी नई पहल के तहत अब तक 55 हजार किलोग्राम बेकार कागज और गत्ते को रिसाइकल कर सरकारी स्कूलों और एनजीओ में पढ़ने वाले बच्चों के लिए नोटबुक उपलब्ध करवाई है। वर्ष-2022 में शुरू हुई इस पहल के अंतर्गत मानव रचना परिसर में एकत्र कागज को उपयोगी नोटबुक्स में बदला जाता है, जो राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल लक्कड़पुर, अनखीर, भांखरी और लोरिया प्रगतिशील अनुसंधान एवं विकास फाउंडेशन जैसे संगठनों के विद्यार्थियों को वितरित किए जाते हैं। अब तक 25 हजार से अधिक कापियां तैयार की जा चुकी हैं, जिनमें से 15 हजार से अधिक नोटबुक छात्रों तक पहुंच चुकी हैं। यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा की पहुंच को एक साथ साधने का परिचायक है।फाउंडेशन की सीनियर प्रोग्राम मैनेजर डॉ. वैशाली माथुर ने कहा कि यह पहल हमारी सोच को दर्शाती है कि कैसे हम सतत विकास को शिक्षा से जोड़ सकते हैं। एमआरईआई के महानिदेश और डॉ. ओपी भल्ला फाउंडेशन के उपाध्यक्ष डॉ. एनसी वाधवा ने कहा कि हर रीसाइकल की गई नोटबुक के पीछे छात्रों, स्टाफ और स्वयंसेवकों का समर्पण है, जो सामूहिक प्रयासों से प्रभाव पैदा करने में विश्वास रखते हैं। सत्य भल्ला मुख्य संरक्षक, एमआरईआई और चेयरपर्सन, डा. ओपी भल्ला फाउंडेशन ने कहा कि यह पहल डॉ. ओपी भल्ला के समावेशी और सशक्त भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाती है।