शांति नगर के हनुमान मंदिर पार्क में बने मंदिर को एक सप्ताह में गिराने की चेतावनी देने वाला करीब नौ दिन पुराना नोटिस मंदिर पर चस्पा किया है। नोटिस के बाद पार्क व मंदिर समिति ने विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के पदाधिकारियों से संपर्क किया और उन्होंने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। इसके बाद शनिवार शाम को शांति नगर पार्क स्थित मंदिर के समीप स्थानीय निवासियों और विभिन्न संगठनों ने बैठक भी की।
नोटिस में लिखा है कि नगर निगम की जमीन पर बने पार्क में 101 क्वेयर मीटर जगह पर अवैध रूप से मंदिर का निर्माण किया हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के एक केस का हवाला देते हुए कहा गया है कि सार्वजनिक सड़कों, सार्वजनिक पार्कों व सार्वजनिक स्थानों पर मंदिर, चर्च, मस्जिद या गुरुद्वारा के नाम पर कोई अनधिकृत निर्माण नहीं किया जा सकता और न ही अनुमति दी जा सकती है। इसलिए इस अवैध धार्मिक संस्थान को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए अन्यथा कानूनी कार्यवाही करते हुए मंदिर को तोड़फोड़ कर हटा दिया जाएगा। नगर निगम ने नोटिस से चेतावनी दी है कि सात दिन के अंदर इस अवैध कब्जे को हटाकर या कार्यालय में आकर लिखित में सूचित करें। पार्क मंदिर समिति के प्रधान डॉ. राजकुमार ढींगड़ा ने कहा कि यह मंदिर आज नहीं बना है बल्कि यह करीब 5 दशक पुराना मंदिर है। मंदिर को तोड़ने का नोटिस गलत है क्योंकि इसमें कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं हो रही है बल्कि पूरे क्षेत्र के लोगों की इससे आस्था जुड़ी है और सभी लोग मिलकर इस मंदिर का संचालन कर रहे हैं। इस बारे में अधिकारियों और प्रतिनिधियों से मुलाकात की जाएगी।