कोर्ट परिसर में गोली चलाने के मामले में सीआईए के हत्थे चढ़े तीन आरोपी
दो तोशाम बाईपास से तथा एक फतेहाबाद से गिरफ्तार
बीते दिनों भिवानी कोर्ट परिसर में हुई गोलीबारी की घटना में भिवानी सीआईए स्टाफ-प्रथम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। भिवानी के डीएसपी अनूप कुमार ने बताया कि सीआईए स्टाफ प्रथम भिवानी ने इस मामले में दो आरोपियों को तोशाम बाईपास भिवानी से जबकि एक आरोपी को फतेहाबाद जिले से गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि 4 सितंबर को दोपहर गांव दिनोद के कुछ लोग अपनी पेशी पर भिवानी कोर्ट आए हुए थे। वे लंच के समय वकीलों के चैंबर के पास एक चाय की दुकान पर चाय पी रहे थे, तभी तीन अज्ञात लोग आए और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी। इस हमले में रोहतक के मोखरा गांव निवासी लवजीत पुत्र रमेश को गोलियां लगी और हमलावर मौके से फरार हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए भिवानी के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार स्वयं अपनी टीम के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी व सर्च अभियान चलाया गया। घायल लवजीत को तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया।
डीएसपी अनुप कुमार ने बताया कि इस मामले में सीआईए स्टाफ प्रथम ने दो आरोपियों मोनू और नवीन को तोशाम बाईपास से गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि आरोपी मोनू पर पहले भी लड़ाई- झगड़ा और डकैती के मामले दर्ज हैं। ये दोनों इस वारदात की रेकी और योजना बनाने में शामिल थे। इसके अलावा टीम ने 7 सितंबर की रात को ही फतेहाबाद जिले के करनौली गांव से एक और आरोपी को धर दबोचा। आरोपी की पहचान रोहित निवासी रगड़ीखेड़ा, सिरसा के रूप में हुई है।
गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने पुलिस टीम पर जान से मारने की नीयत से गोलियां चलाईं तथा पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में एक गोली लगी। उसे इलाज के लिए पहले फतेहाबाद के सिविल अस्पताल और फिर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। रोहित भी 4 सितंबर की गोलीबारी की घटना में शामिल था।
पुलिस ने मौके से एक अवैध हथियार भी बरामद किया है। उन्होंने कहा कि भिवानी जिले में अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि अपराध करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त और प्रभावी कानूनी कार्रवाई करेगी।

