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चौ. देवीलाल के वंशजों काे राजनीति का अधूरा ज्ञाान : जोगेन्द्र हुड्डा

पूर्व में मीडिया पर रणजीत चौटाला, दुष्यन्त और दिग्विजय चौटाला के साक्षात्कार देख कर कभी स्वर्गीय चौ.देवीलाल के राजनीतिक शिष्य रहे जोगेन्द्र हुड्डा तपासे वाले ने इन सभी को राजनीति का अधूरा ज्ञान रखने वाला नेता बताया है। साथ ही...
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पूर्व में मीडिया पर रणजीत चौटाला, दुष्यन्त और दिग्विजय चौटाला के साक्षात्कार देख कर कभी स्वर्गीय चौ.देवीलाल के राजनीतिक शिष्य रहे जोगेन्द्र हुड्डा तपासे वाले ने इन सभी को राजनीति का अधूरा ज्ञान रखने वाला नेता बताया है। साथ ही जोगेन्द्र हुड्डा ने इन्हें नसीहत भी दे डाली है कि यदि इन लोगों को राजनीति का पूरा ज्ञान लेना है तो वह उन्हें निशुल्क ट‍्यूशन ले सकते है।

यहां झज्जर में मीडिया से बातचीत करते हुए जोगेन्द्र हुड्डा ने कहा कि एक साक्षात्कार में रणजीत सिंह चौटाला ने साल 1977 में चौ. बंसीलाल के लड़के सुरेन्द्र को कांग्रेस का विधायक बताया है इस बात का उनके पास प्रमाण भी है। लेकिन रणजीत चौटाला को यह ध्यान रखना चाहिए कि साल 1977 में चौ.बंसीलाल व उनके बेटे सुरेन्द्र सिंह को कांग्रेस पार्टी से निकाला हुआ था। चौ.सुरेन्द्र सिंह बतौर निर्दलीय विधायक तोशाम हलके से चुने गए थे। ऐसा ही रणजीत चौटाला ने भाजपा में मंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए गुजरात में 28 लोकसभा की सीटें बताई, जबकि गुजरात में 26 सीटें हैं।

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उन्होंने दुष्यंत चौटाला के भी एक साक्षात्कार का हवाला दिया। इस साक्षात्कार में दुष्यंत चौटाला ने साल 1982 में एक होटल से हसनुपर के गयाराम नामक विधायक को होटल के पाइप से लटक कर भागता हुआ बताया है। दुष्यंत चौटाला यह अच्छी तरह से समझ लें कि साल 1982 में गयाराम विधायक थे ही नहीं और होटल से भागने वाले विधायक उस समय जींद से चुने गए विधायक बृजमोहन सिंगला थे। 1982 में गयालाल गिरीराज से चुनाव हार गए थे।

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