शहीद सराभा के आदर्शों पर चले बिना बदलाव संभव नहीं : डीवाईएफआई
भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाईएफआई) भिवानी इकाई ने रविवार को भगत सिंह यादगार स्थल पर शहीद-ए-आजम करतार सिंह सराभा की 110वीं शहादत दिवस श्रद्धा और संकल्प के साथ मनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता निश्चय रोहिला ने तथा मंच संचालन अनुराग ने किया। अनेक सामाजिक और राजनीतिक संगठनों से जुड़े प्रतिनिधियों ने इसमें सहभागिता की।
अध्यक्ष निश्चय रोहिला ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सराभा जैसे महान क्रांतिकारी को आज देश का आम नागरिक ठीक से जानता भी नहीं। उन्होंने कहा कि इतिहास में दबे इन वीरों की विरासत को जन-जन तक पहुंचाना युवा पीढ़ी का दायित्व है। मंच संचालक अनुराग ने सराभा के विचारों को रखते हुए कहा कि वे आर्थिक स्वतंत्रता, सामाजिक न्याय और समान शिक्षा को स्वतंत्र भारत की नींव मानते थे।
मुख्य वक्ता कॉमरेड ओमप्रकाश ने कहा कि देश की मौजूदा परिस्थितियों को बदलने के लिए युवाओं की संगठित एकता और संघर्ष बेहद जरूरी है। उन्होंने युवाओं से मजबूत संगठन खड़ा कर सामाजिक एवं राजनीतिक बदलाव का नेतृत्व करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में चंद्रभान, हिमांशु, नरेंद्र, महावीर फौजी, ओमप्रकाश दलाल, फूलचंद, संजय कश्यप, दीपेश, प्रवीण, दारा सिंह, भीम सिंह, अनिल, रतन कुमार जिंदल, रामचंद्र, सज्जन सिंगला, राजबीर कादयान सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
