केंद्रीय टीम ने जल संरक्षण कार्यों की गहन समीक्षा की, अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
फरीदाबाद, 18 जून (हप्र)
भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा संचालित जल शक्ति अभियान 2025 - कैच द रेन - के अंतर्गत केंद्र से तीन दिवसीय दौरे पर आई दो सदस्यीय उच्च स्तरीय केंद्रीय टीम ने आज फरीदाबाद जिले में जल जीवन मिशन एवं जल शक्ति अभियान के तहत क्रियान्वित परियोजनाओं का गहन निरीक्षण और मूल्यांकन किया। इस टीम का नेतृत्व खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के निदेशक पंकज कुमार ने किया। तीन दिवसीय दौरे के उपरांत उन्होंने जिला प्रशासन एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन, पीने के जल की उपलब्धता एवं संरचना प्रबंधन जैसे विषयों पर व्यापक चर्चा की और संबंधित विभागों को रणनीतिक दिशा-निर्देश जारी किए।
पंकज कुमार ने बताया कि जल शक्ति अभियान का मूल उद्देश्य देशभर में ‘कैच द रेन’ के संदेश को जन-जन तक पहुंचाकर वर्षा जल का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक सुरक्षित, स्वच्छ एवं सतत पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल संरक्षण संबंधी परियोजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए ग्राम पंचायतों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के साथ समन्वय को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने जन सहभागिता को ही स्थायी समाधान की कुंजी बताया।
केंद्रीय टीम ने गांव सदपुरा में स्थापित वॉटर ट्रीटमेंट फैसिलिटी का निरीक्षण किया और उसकी गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रिया, संचालन प्रणाली एवं उससे लाभान्वित होने वाले स्थानीय निवासियों के अनुभवों की सराहना की। उन्होंने इसे ग्रामीण क्षेत्र में जल जनित बीमारियों की रोकथाम हेतु एक प्रभावी कदम बताया। इसके पश्चात टीम ने गांव रायपुर कलां में विकसित अमृत सरोवर का निरीक्षण किया। टीम ने इसे एक आदर्श जल संरचना बताते हुए कहा कि इसकी जल संचयन क्षमता, संरक्षण प्रबंधन एवं नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए, जिससे यह लम्बे समय तक उपयोगी बना रहे।
पंकज कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि आगामी मानसून को दृष्टिगत रखते हुए जिले में स्थापित सभी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम्स की त्वरित डीसिल्टिंग सुनिश्चित की जाए ताकि वे अधिकतम क्षमता से कार्य कर सकें और वर्षा जल संचयन की दृष्टि से प्रभावी बन सकें।
पंकज कुमार ने स्पष्ट किया कि केंद्रीय टीम आगामी तीन माह के भीतर पुन: फरीदाबाद जिले का दौरा करेगी और औचक निरीक्षण के माध्यम से यह मूल्यांकन करेगी कि पहले दिए गए निर्देशों का पालन हुआ है अथवा नहीं। उन्होंने कहा कि यह पुन: निरीक्षण परिणाम आधारित मूल्यांकन के तहत किया जाएगा।