भिवानी के बहुचर्चित मनीषा मामले में सीबीआई की टीम भिवानी पहुंच चुकी है। अभी सीबीआई की टीम पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में रुकी है परंतु परिजनों से कोई मुलाकात नहीं की है। उम्मीद है कि ये टीम कल मनीषा के गांव ढाणी लक्ष्मण जाकर जांच करे।
11 अगस्त को भिवानी के ढाणी लक्ष्मण गांव निवासी मनीषा लापता हुई थी। 13 अगस्त को सिंघानी गांव के खेतों में नहर किनारे मनीषा की डेड बॉडी मिली थी, जिसे जघन्य हत्या मान कर पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन परिजनों ने जांच अधिकारियों पर सवाल खड़े किए तो 15 अगस्त को सीएम नायब सैनी ने भिवानी एसपी मनबीर सिंह का ट्रांसफर कर लोहारू थाने के एसएचओ समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया। इस मामले में लगातार सवाल उठते रहे। सरकार व कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए। ये मामला देखते ही देखते देशभर में उठने लगा। ऐसे में 20 अगस्त की अल सुबह सीएम नायब सैनी ने मनीषा मामले की जांच सीबीआई से करवाने का फैसला लिया। फिर भी परिजन मनीषा के अंतिम संस्कार को तैयार नहीं हुए। अंत में 20 अगस्त को परिजनों व कमेटी की मनीषा का पोस्टमार्टम दिल्ली एम्स में करवाने पर 21 अगस्त को मनीषा का अंतिम संस्कार किया गया।
अब सीबीआई की टीम दिल्ली नंबर की दो गाड़ियों में भिवानी रेस्ट हाउस पहुंची। इस टीम में 5-6 सदस्य हैं। मामले की जांच कर रहे सीआईए इंस्पेक्टर रवीन्द्र कुमार जरूर यहां इस केस से जुड़ी फाइल लेकर पहुंचे। उम्मीद है कि सीबीआई टीम एक-दो दिन में गांव जाकर परिजनों व केस से जुड़े कुछ अन्य लोगों से मुलाकात कर जांच शुरू कर देगी।