केस दर्ज लेकिन आरोपियों की नहीं हुई गिरफ्तारी
चेक का गलत इस्तेमाल कर कंपनी के खाते से करोड़ों रुपये निकलवाने के प्रयास और कंपनी के निदेशकों को धमकी देने के आरोपी में डबुआ थाना पुलिस ने पूर्व कर्मचारी समेत 2 के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई। कंपनी के निदेशकों ने सीएम, पुलिस आयुक्त और डीसीपी से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की गुहार लगाई है।
ज़ीलॉग लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रोहित जैन और अभिषेक जैन ने डीसीपी एनआईटी को एक गंभीर शिकायत सौंपी थी। डबुआ थाना पुलिस को चार जून को मामला दर्ज करने के निर्देश डीसीपी एनआईटी ने दिए। लेकिन बुधवार को डेढ़ माह बाद केस दर्ज हुआ। लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। आरोपी पीडि़तों को लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे है।
ज़ीलॉग लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रोहित जैन और अभिषेक जैन ने डीसीपी एनआईटी को शिकायत दी कि तीन अगस्त 2023 को सैनिक कॉलोनी क्षेत्र में कहीं गए थे। उस दौरान कंपनी से संबंधित कई बैंकों की चेकबुक एक बैग में रखे होने के दौरान खो गईं।
बाद में पता चला कि पूर्व कर्मचारी अमित जैन ने इन एक चेक का गलत उपयोग करते हुए 2.37 करोड़ रुपये निकालने की कोशिश की। हालांकि, समय रहते बैंक को दी गई सूचना के चलते यह लेन-देन विफल रहा। शिकायत में बताया गया है कि अमित जैन और अंशिका जैन ने रोहित जैन और उनके परिवार को कई बार जान से मारने की धमकियां दी हैं, जिससे उनका परिवार दहशत में है। धमकी के चलते रोहित जैन के पिता को हार्ट अटैक भी हुआ और वे अब चलने-फिरने में असमर्थ हैं।
पीडि़तों ने दोनों आरोपियों अमित जैन और अंशिका जैन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की उपयुक्त धाराओं में डबुआ थाने केस दर्ज तो कर लिया। लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर आरोपी पीडि़तों को धमकी दे रहे है। पीडि़तों ने सीएम, पुलिस आयुक्त डा. सतेन्द्र गुप्ता, पुलिस उपायुक्त एनआईटी को आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।