मसानी बैराज में दूषित पानी छोड़ने को लेकर कैप्टन अजय यादव ने सरकार को घेरा
कहा- सीधे ड्रेन-8 से जोड़ा जाए एसटीपी का पानी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने धारूहेड़ा स्थित मसानी बैराज में भरे प्रदूषित पानी की निकासी को लेकर सरकार की मौजूदा योजना पर सवाल खड़े किये हैं। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कै. अजय ने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा प्रस्तावित 40 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने का प्लान जनता की गाढ़ी कमाई का फिजूल खर्च है। इस योजना पर करीब 250 करोड़ का खर्च आएगा, जबकि यही समस्या बेहद कम लागत और कम समय में हल की जा सकती है।
कैप्टन अजय ने कहा कि रेवाड़ी, कालूवास, धारूहेड़ा आदि क्षेत्रों में पहले से बने हुए 5 एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) का पानी आज भी मसानी बैराज में डाला जा रहा है। यदि इन एसटीपी की गुणवत्ता और बेहतर की जाए और इन्हें सीधे रेवाडी से ड्रेन-8 से जोड़ा जाए तो न केवल खर्च बहुत कम होगा, बल्कि समस्या का स्थायी समाधान भी तुरंत मिल जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब 5 एसटीपी पहले से चल रहे हैं तो 40 किलोमीटर पाइपलाइन पर करोड़ों रुपये बहाने की क्या जरूरत है।
उन्होंने सरकार से मांग की कि मसानी बैराज में केवल नहरी पानी व बरसाती पानी ही डाला जाए, ताकि यहां आस-पास के गांव का वाटर लेवल भी ठीक रहे। साथ ही भिवाड़ी और धारूहेड़ा से आने वाले केमिकलयुक्त पानी को भी ड्रेन नंबर 8 में जोड़ा जाए। ताकि धारूहेड़ा में भरने वाले दुषित पानी का भी स्थाई समाधान हो सके।