आईपीएस वाई. पूरन कुमार सुसाइड केस में मंगलवार को प्रदेश की ऐतिहासिक कंडेला खाप पंचायत ने सरकार को घेरा। कंडेला खाप पंचायत की एक बैठक जींद के कंडेला गांव में प्रधान ओमप्रकाश कंडेला की अध्यक्षता में हुई। पंचायत ने आईपीएस अधिकारी की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। कंडेला खाप पंचायत ने कहा कि सरकार बताए कि वह इस मामले को सुलझाने के लिए किस बात का इन्तजार कर रही है। ऐसा लगता है सरकार मामले के जातीय दंगे का रूप लेने का इंतजार कर रही है, ताकि मूल मुद्दे से ध्यान भटक जाए। खाप पंचायतें व सभी समाज ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े बड़े मगरमच्छों को बचाना चाहती है और एक छोटी मछली को बलि का बकरा बनाना चाहती है। इस मामले में एक सबसे बड़े व एक सब से छोटे अधिकारी को फंसा कर सरकार जातियों को आपस में लड़वाना चाहती है।
कंडेला खाप पंचायत के प्रधान महासचिव राजसिंह कंडेला ने कहा कि सरकार ने जो एसआईटी गठित की है, वह सही नहीं है। जूनियर अधिकारी अपने से सीनियर अधिकारी की जांच नहीं कर सकते। मुख्य सचिव की जांच भला ये कमेटी कैसे कर सकती है। मंत्री व मुख्यमंत्री की जांच करने में कमेटी सक्षम नहीं है। यदि सरकार वास्तव में ईमानदारी से हल करना चाहती है, तो सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में कमेटी का गठन करे और समय सीमा निर्धारित करे। कंडेला ने सभी समाजों, खाप पंचायतों से निवेदन किया कि वो संयम बरतें और आपसी भाईचारा कायम रखें।