850 दुकानदारों को मालिकाना हक की मांग को लेकर निगम आयुक्त से मिले व्यापारी नेता
हरियाणा व्यापार मंडल की मांग पर अब निगमायुक्त शहर की उन मार्केट का दौरा करेंगे, जिनका मालिकाना हक इस कारण लीजधारक दुकानदारों को नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि उन पर प्रशासन की तरफ से रास्ते में आने (आरओडब्ल्यू)की बात कही जा रही है। इस प्रकार की फरीदाबाद में लगभग साढ़े आठ सौ दुकाने हैं, अन्य लीजधारक दुकानदारों को सरकार पहले ही फ्री होल्ड कर दुकानदारों को मालिकाना हक दे चुकी है। इससे पहले हरियाणा व्यापार मंडल की इस पुरानी मांग पर निगमायुक्त ने यह व्यवस्था दी थी कि निगम इस प्रकार के सभी दुकानदारों को तीन एकड जमीन पर नई मार्केट बना उनको वहां पर शिफ्ट कर सकता है।
हरियाणा व्यापार मंडल के जिला प्रधान राम जुनेजा एक लम्बे समय से लीजधारक दुकानदारों की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसके बाद सरकार ने एकाधिक बार लीजधारकों को फ्री होल्ड कर उन दुकानदारों को दुकानों का मालिकाना हक देने की योजनाएं बनाई तथा जुनेजा के प्रयासों से सैकड़ों दुकानदारों को उनकी दुकानों का मालिकाना हक मिल गया।
लेकिन इस बीच 850 दुकानदार ऐसे रह गए जिनकी दुकानों का मालिकाना हक इस कारण से सरकार ने नहीं दिया क्योंकि फरीदाबाद नगर निगम की तरफ से सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में इन दुकानों को सड़कों के लिए बाधक बताया है।
हरियाणा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राम जुनेजा इन दुकानदारों की लगातार लड़ाई लड रहे हैं और केन्द्रीय राज्य मंत्री चौ. कृष्ण पाल गुर्जर, सबंधित विधायकों व निगमायुक्त से अनेक बार मुलाकात कर चुके हैं। मंगलवार को एक बार फिर से राम जुनेजा अपने विभिन्न क्षेत्रों के पदाधिकारियों जिनमें बल्लभगढ़ के प्रधान प्रेम खट्टर, एक नम्बर के प्रधान विनोद आहुजा, पांच नम्बर के प्रधान सतनाम मंगल, नीलम पुल से जसबिंद्र सिंह, बाटा चौक के प्रधान सागर दुआ व हजजीत सिंह, आटोपिन मार्केट बलदेव डागर, पवन भाटिया, सचिन चावला, आनंद आहुजा प्रमुख थे के साथ निगमायुक्त से मिले तथा सभी दुकानदारों को उनका मालिकाना हक देने की मांग की।
नई मार्केट बनाने के प्रस्ताव पर काम जारी
निगमायुक्त धीरेन्द्र खड़गटा ने व्यापारियों को प्रस्ताव दिया कि तिकोना मार्केट के पीछे लगभग तीन एकड़ जमीन पर एक नई मार्केट विकसित कर निगम उन सभी 850 दुकानदारों को दुकान देने की योजना पर काम कर रहा है जिनको मालिकाना हक आरओडब्ल्यू के कारण नहीं सौंपा जा सकता, जिस पर राम जुनेजा ने ने प्रस्ताव किया कि व्यापारी निगम के प्रस्ताव पर सद्भावना पूर्वक विचार करेगा, लेकिन एक बार निगमायुक्त को उन मार्केट का स्वयं दौरा करना चाहिए, जिनको निगम के अधिकारी केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर की इच्छा के उलट रास्ते पर आई बता रहे हैं। जुनेजा ने बताया कि नीलम पुल के साथ बनी दुकानों के सामने कारों के शोरुम पास हैं, रेलवे लाइन के दूसरी तरफ बड़े-बड़े व्यवासायिक स्थल नियमित हैं, अस्पताल नियमित हैं और जो रास्ता रेलवे लाइन व नाले पर जाकर बंद हो जाता है उसको राइट आफ वे में बताया जा रहा है, इसी प्रकार का हाल केसी रोड व बाटा पर है, जो दुकानें आटोपिन कालोनी में निगम ने दी वह अब राइट टू वे में बताई जा रहीं हैं।