उन्हाणी के समीप टूटी सड़क बनी मौत का खड्डा: लीकेज साइफन से बिगड़े हालात, प्रशासन अब भी बेखबर
कनीना–महेंद्रगढ़ स्टेट हाईवे-24 पर उन्हाणी गांव के पास स्थित रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी के लीकेज साइफन से उत्पन्न समस्या लगातार गंभीर रूप लेती जा रही है। महीनों से सड़क में बने गहरे गड्ढे सड़क सुरक्षा के दावों की पोल खोल रहे हैं। जून माह में इसी स्थान पर हुए दर्दनाक हादसे में गुरुग्राम के चार युवकों की मृत्यु के बाद भी प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। नहर विभाग और लोक निर्माण विभाग ने टूटी सड़क के दोनों ओर स्पीड ब्रेकर बनवाकर खानापूर्ति कर दी, पर मूल समस्या जस की तस बनी हुई है।
टूटी सड़क दुरुस्त करवाने की मांग
स्थानीय लोगों ने लीकेज साइफन को ठीक कराने और क्षतिग्रस्त सड़क को दुरुस्त करवाने की मांग प्रदेश की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव और सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा के समक्ष रखी थी। मंत्रियों ने समाधान का आश्वासन तो दिया, लेकिन अभी तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। सर्दी के मौसम में कोहरा व कम विजिबिलिटी के कारण यहां दुर्घटनाओं की आशंका और बढ़ जाती है।
लीकेज के चलते धंस गई सड़क
लगभग 200 मीटर तक बनी सड़क लीकेज के चलते जगह-जगह से धंस चुकी है। सीसी टाइलों के बीच पानी भरा रहता है, जिससे फिसलन और दुर्घटनाओं की स्थिति बनी रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि नहर विभाग और पीडब्ल्यूडी के बीच जिम्मेदारी को लेकर खींचतान जारी है, जिसका खमियाजा आम जनता भुगत रही है। नहर विभाग साइफन की मरम्मत नहीं कर रहा, वहीं पीडब्ल्यूडी नई सड़क तो दूर पैचवर्क करने में भी असमर्थ दिख रहा है।
पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन अश्विनी कुमार ने बताया कि नहर विभाग की लापरवाही के कारण सड़क बार-बार टूट रही है। विभाग द्वारा कई बार अस्थायी पैचवर्क कराया गया है, पर समाधान तभी संभव है जब नहर विभाग लीकेज को दूर करे। नहर विभाग को राशि की मांग के पत्र भेजे गए हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
इसी प्रकार कनीना–नारनौल वाया सिहमा-दोंगड़ा मार्ग पर भी नांगल मोहनपुर के पास निकासी के गंदे पानी से सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। वहीं गुढ़ा गांव को जोड़ने वाला 12 फुट चौड़ा लिंक मार्ग भी लंबे समय से बदहाल है, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सभी सड़कों की जल्द मरम्मत की मांग की है, ताकि बढ़ते हादसों पर रोक लग सके।
