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रिश्वत कांड : ईएसआईसी ने बनाई जांच कमेटी, 5 दिन में मांगी रिपोर्ट

स्टाफ नर्स की नौकरी लगवाने के नाम पर 3 लाख रुपये लेते 3 कर्मचारी पकड़े थे

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फरीदाबाद, 9 मई (हप्र)

एनआईटी नंबर-3 में बने ईएसआईसी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के तीन कर्मचारियों को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार करने के बाद अस्पताल प्रबंधन की तरफ से जांच कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी पांच दिन में अपनी रिपोर्ट कॉलेज प्रबंधन को सौंपेगी। ये कमेटी जांच करेगी कि इस मामले में अस्पताल का कोई अधिकारी शामिल तो

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नहीं है।

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एसीबी की टीम ने 7 मई को ईएसआईसी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के तीन कर्मचारियों को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। टीम ने इसी मामले में योगेश शर्मा मैनेजर सुदर्शन फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड को भी गिरफ्तार किया था।

ईएसआईसी फरीदाबाद की टीम को एक शिकायत दी गई थी। जिसमें बताया गया कि ईएसआईसी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स की नौकरी दिलवाने के लिए हरी सिंह, सहायक नर्सिंग अधीक्षक ने योगेश शर्मा मैनेजर सुदर्शन फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड और दीनदयाल, नर्सिंग अर्दली के साथ मिलकर 3 लाख रुपये की मांग की है, जिसके बाद एसीबी की तरफ से इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

अब इस मामले को लेकर ईएसआईसी अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल पांडे ने तत्काल तथ्य जांच समिति का गठन किया है, जिसमें डॉ. रतन प्रकाश धीर उप चिकित्सा अधीक्षक, योगेश उपनिदेशक वित्त, डॉ. महेश कुमार सह.आचार्य फोरेंसिक मेडिसिन सहित अन्य लोग शामिल हैं।

समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वे पांच दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। डीन डॉ. पांडे ने कहा कि अस्पताल में भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। मामले में ईएसआईसी के किसी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता मिलने पर उसे नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा।

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