Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

भाजपा नेताओं की फरीदाबाद में एकजुटता की खुली पोल : उदयभान

फरीदाबाद के सीनीयर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर भाजपा नेताओं की आपसी लड़ाई सड़कों पर आने से भाजपा नेताओं की एकजुटता की पोल खुल कर रह गई है उक्त विचार हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

फरीदाबाद के सीनीयर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर भाजपा नेताओं की आपसी लड़ाई सड़कों पर आने से भाजपा नेताओं की एकजुटता की पोल खुल कर रह गई है उक्त विचार हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने होडल स्थित अपने निवास पर व्यक्त किए। चौधरी उदयभान ने भाजपा पार्टी के अनुशासन पर चुटकी लेते हुए कहा कि जिनके घर कांच के हेाते हैं,उनको दूसरों के घर पर पत्थर फेंकने का अधिकार नहीं हेाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता कांग्रेस पार्टी की फूट को लेकर लगातार चुटकी लेते थे। लेकिन फरीदाबाद में जिस प्रकार से सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव को लेकर भाजपा पार्टी के केन्द्रीय मंत्री व हरियाणा के मत्रियों के बीच की लड़ाई के कारण चुनाव नहीं हो पाने के कारण भाजपा पार्टी की एकजुटता की पोल खुल कर रह गई है।

उदयभान ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपने साथ नगर निगम के पार्षदों को बहुमत के साथ तीन विधायकों के साथ ले कर बेठे रहे व उनके ही सरकार के मंत्रियों के कारण ही नगर निगम में बनाए गए मेयर तक चुनाव में भाग लेने के लिए नहीं आईं तथा नगर निगम कमिश्नर तक उनके ही सामने उठ कर चले गए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से फरीदाबाद में पूर्ण बहुमत होने के बाद भी हरियाणा सरकार व केन्द्रीय मंत्री सीनीयर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर तक का चुनाव नहीं करवा सके, उससे भाजपा पार्टी की एकता व अधिकारियों पर उनकी पकड़ की पोल खुल कर रह गई है। उदयभान ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा पर्यवेक्षक के नियुक्त करने व पार्षदों के एक तरफा समर्थन के बाद भी घंटों तक पार्षद केन्द्रीय मंत्री व विधायकों के साथ बंदी बन कर बैठे रहे थे तथा चुनाव नहीं हो पाने के कारण सरकार की भी बदनामी हुई है।

Advertisement

उससे भाजपा पार्टी के अनुशासन की पोल खुल कर रह गई है तथा आम जनता का इस चुनाव के लिए तैनात किए गए अधिकारियों व कर्मचारियों के खाली खड़े रहने से सरकारी कामकाज भी प्रभावित हुआ है।

Advertisement
×