अवैध प्लाटिंग रोकने पहुंची डीटीपी टीम को भाजपा नेता ने धमकाया, लौटी बैरंग
अवैध प्लाॅटिंग के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचे जिला नगर योजनकार (डीटीपी) के साथ भाजपा युवा मोर्चा के जिला प्रधान द्वारा अभद्र व्यवहार करने, सरकारी काम में बाधा पहुंंचाने व टीम को बंधक बनाने के प्रयास किये जाने के आरोप लगे हैं। वायरल हो रहे एक वीडियो में भाजपा नेता कथित तौर पर कार्रवाई करने पर चेतावनी देते हुए दिखाई दे रहे हैं। विरोध के दौरान महिलाएं भी अधिकारियों से धक्का-मुक्की करती दिखाई दी।
हुआ यह कि डीटीपी अधिकारी मनदीप सिहाग अवैध निर्माणों को गिराने के लिए बावल रोड स्थित सुठानी गांव पहुंची थीं। यहां एक पेट्रोल पम्प के पीछे ढाई एकड़ के भूखंड पर अवैध कालोनी बसाई जा रही थी। सूचना मिलने के बाद डीटीपी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जैसे ही टीम वहां पहुंची तो पता चलने पर काफी संख्या में लोग व महिलाएं एकत्रित हो गए और टीम की गाड़ियों, जेसीबी को आगे बढ़ने से रोका। देखते ही देखते धक्का-मुक्की शुरू हो गई। महिलाएं अधिकारियों व कर्मचारियों से उलझ पड़ी। इस मौके पर पहुंचे भाजपा नेता निखिल मांढैया ने भी तोड़फोड़ कार्रवाई का जमकर विरोध किया। उन्होंने डीटीपी को कार्रवाई करने पर कड़ी चेतावनी दी, जिसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। भारी विरोध के चलते टीम को बिना कार्रवाई के लौटना पड़ा।
इस मामले में डीटीपी मनदीप सिहाग ने कहा कि मौके पर पहुंची जेसीबी, सरकारी गाड़ियों को विरोध कर रहे लोगों ने रोक लिया और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई। इतना ही नहीं एक घंटे तक पूरी टीम को बंधक बनाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि मौके पर विरोध करने वालों की रिकार्डिंग भी कर ली गई है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। इस मामले में वे एसपी व डीसी से भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि स्टॉफ को यदि सुरक्षा नहीं मिली तो किसी भी अनहोनी के लिए कौन
जिम्मेदार होगा।
इधर, भाजपा नेता निखिल मांढैया ने डीटीपी के सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि कथित अवैध कॉलोनी को लेकर कोर्ट से स्टे था। वे क्लाइंट के वकील होने के नाते मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने डीटीपी के साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया।
