मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

मानेसर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर को लेकर फिल्डिंग बैठा रही भाजपा

12 पार्षदों को अंडरग्राउंड करके काठमांडू ले जाने की सूचना
Advertisement
चुनाव के कई महीने बाद भी मानेसर नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर के लिए अपने-अपने गुट के पार्षदों को कुर्सी पर बिठाने के लिए अहीरवाल के दो बड़े नेता राव इंद्रजीत सिंह व राव नरबीर सिंह जुटे हुए हैं। माना जा रहा है कि इन दोनों पदों के लिए भाजपा संगठन ने नाम तय कर लिए हैं। केंद्र में मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को इस बार मात देने की तैयारी की चर्चाएं भी संगठन में हैं।

अब से पहले गुरुग्राम के चुनाव में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद पर अपने गुट के पार्षदों को कुर्सी पर बैठाने में राव इंद्रजीत सिंह ही कामयाब रहे हैं। भाजपा के सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा मानेसर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के पद पर अपने पार्षदों को कुर्सी पर बैठाने के लिए उनके नाम तय कर लिए हैं।

Advertisement

कुल 20 पार्षदों में से 12 को भाजपा ने अंडरग्राउंड कर दिया है। माना जा रहा है कि भाजपा ने इन पार्षदों को इसलिए अंडरग्राउंड किया है, ताकि केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह उन तक ना पहुंच सकें। सूत्रों के अनुसार पार्षदों को नेपाल के काठमांडू में रखा गया है। कहने को तो राव इंद्रजीत सिंह भाजपा की केंद्र सरकार में राज्य मंत्री हैं, लेकिन भाजपा मानेसर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर के मामले में अपना वर्चस्व कायम करना चाहती है। बता दें कि मानेसर नगर निगम मेयर का चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने खूब जोर लगाया था।

भाजपा प्रत्याशी रहे सरपंच सुंदर लाल यादव केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह के करीबी माने जाते हैं। ऐसे में राव इंद्रजीत सिंह ने उनके चुनाव से दूरी बनाए रखी।

हालांकि इसे लेकर कई तरह की बातें होती रहीं। मानेसर के मेयर चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी सरपंच सुंदर लाल यादव को राव इंद्रजीत ङ्क्षसह की करीबी डा. इंद्रजीत कौर यादव ने 2293 वोटों से हराया। पार्षदों की बात करें तो 20 में से 13 पार्षद निर्दलीय जीते हैं। भाजपा ने सात पार्षद ही चुनाव जीत पाए। ऐसे में अब निर्दलीय पार्षदों के दम पर ही सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर बनाया जा सकता है। इसलिए भाजपा ने निर्दलीय पार्षदों पर डोरे डाल रखे हैं।

 

 

Advertisement
Tags :
Dainik Tribune Hindi NewsDainik Tribune newsHindi News
Show comments