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भिवानी में भयंकर पेयजल संकट, पांच दिन तक नहीं मिलता पानी

भिवानी, 27 मई (हप्र)पेयजल संकट से जूझ रहे भिवानी वासियों को एक बार फिर 20 वर्ष याद आ गए हैं। जब शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने भिवानी महापंचायत के संयोजन में पूरे शहर की प्यास बुझाने का बीड़ा उठाया था।...
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भिवानी, 27 मई (हप्र)पेयजल संकट से जूझ रहे भिवानी वासियों को एक बार फिर 20 वर्ष याद आ गए हैं। जब शहर के प्रबुद्ध नागरिकों ने भिवानी महापंचायत के संयोजन में पूरे शहर की प्यास बुझाने का बीड़ा उठाया था। इस कार्य में काम आया था एक पुरातन कुआं, जिसे अब आपसी विवाद के चलते जमींदोज किया जा चुका है।

कठिन दोर से गुजर रहे नगरवासियों को एक बार फिर से ऐसे ही भागीरथी प्रयास की जरूरत है। शहर में कई ईलाकों में तो दो से पांच दिन तक पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। नहरों में पानी आने के बावजूद पेयजल की कमी के चलते आए दिन शहर मेें प्रदर्शन हो रहे हैं।

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गौरतलब है कि 2004 व 2008 में भिवानी में भयंकर पेयजल संकट छाया था। उस वक्त भिवानी महापंचायत के अध्यक्ष संपूर्ण सिंह, संरक्षक बृजलाल सर्राफ व प्रमुख समाजसेवी विनोद मिर्ग के नेतृत्व में शहर की 100 से अधिक समाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने आगे आकर शहरवासियों की प्यास बुझाने का कार्य किया था और पूरे गर्मी के सीजन में प्रतिदिन 10 लाख लीटर पेयजल शहर व आस-पास के गांव में पहुंचाया था।

पेयजल के लिए स्थानीय महम रोड पर स्थित पुरातन कुंआ भी चर्चित रहा था। शहरवासियों द्वारा अपने खर्चे से इस कुएं का जिर्णोद्धार किया गया था। यहां से सैकड़ों टैंकर पानी के आए दिन लोगों को मुफ्त पेयजल उपलब्ध करवाते थे। संपत्ति के आपसी विवाद और महत्वाकांक्षाओं के चलते उपरोक्त कुआं भी अब समाप्त कर दिया गया है और इसकी जगह नगर परिषद ने फूटपाथ बना दिया है। समाजसेवी एवं व्यापारी नेता प्रेम धमीजा, भुर्टानी जी, यशपाल, उमेद सिंह ने कहा कि भिवानी शहर को वर्तमान पेयजल संकट से निपटने के लिए एक बार फिर से एक होना पड़ेगा।

 

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